दो बच्चों में तीन साल का अंतर सुरक्षित मातृत्व की पहचान डॉ मनोज कुमार
डीएनबी भारत डेस्क

प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत जांच शिविर का आयोजन किया गया। जांच शिविर के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार,डॉ प्रगति राज, डॉ नुजहत शबनम के द्वारा 196 गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य जांच किया गया।
स्वास्थ्य जांच के दौरान गर्भवती महिलाओं का ब्लड प्रेशर,पल्स,वजन, शुगर ,युरिन,एचआईईवी, बीपी,एफएचएस, हिमोग्लोविन समेत विभिन्न प्रकार का जांच किया गया। जांच शिविर में चिकित्सक के द्वारा गर्भवती महिलाओं को प्रसव पुर्व होने वाले खतरो के लक्षण की विस्तृत जानकारी दी गई।उन्होने बताया कि सभी गर्भवती महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान कम से कम तीन बार स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से कराना चाहिए। जिससे जच्चा एवं बच्चा दोनो स्वास्थ्य रहते है। साथ ही बच्चों के विकास व गतिविधियों का भी पता चलता है। उन्होने गर्भवती
महिलाओं को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि गर्भ धारण के समय महिलाओं को आयरन की गोली के साथ-साथ कैल्शियम की गोली खाना बहुत जरूरी है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार के संबंध में बताया कि गर्भावस्था में दौरान महिलाओं को विशेष रूप से दाल,हरी सब्जी,अंडा, गुर,नीबू,साग,चुड़ा,सोयाबिन,बदाम
समेत अन्य पौष्टिक आहार लेना जरुरी है। साथ ही एक बच्चे से दुसरे बच्चे के बीच तीन वर्ष का अन्तर होना चाहिए। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्थाई व अस्थाई दोनो तरह के परिवार नियोजन समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में निः शुल्क उपलब्ध है। जरूरत के हिसाब से धात्री महिला अपना चयन कर सकती है। शिविर में मौजूद सभी गर्भवती महिलाओ के बीच मुफ्त दवा का वितरण किया गया।
मौके पर बीसीएम प्रियंका कुमारी,एएनएम सपना कुमारी,अनुपम कुमारी,स्वाति कुमारी, एलटी राकेश कुमार, सत्यनारायण, वरुणेश कुमार, अंकित कुमार समेत आशा फैसिलेटर सोनी कुमारी,विभा कुमारी,नवीना कुमारी, विमला कुमारी,किरण कुमारी, इंदिरा कुमारी,मीरा कुमारी,बबीता कुमारी समेत आशा कर्मी व विभिन्न पंचायत से गर्भवती महिला मौजूद थी।
बेगूसराय बछवाड़ा संवाददाता मनोज कुमार राहुल की रिपोर्ट