डीएनबी भारत डेस्क
देश के गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा अम्बेडकर पर दिए गए बयान के बाद देश की राजनीती गरमाई हुई है। अमित शाह के इस बयान के बाद जहाँ बिपक्ष अमित शाह के खिलाफ अपना भड़ास निकाल रहे है वही जगह जगह अमित शाह का पुतला भी फुका जा रहा है । इसी कड़ी मे बेगूसराय मे भी अमित शाह के बयान पर बिभिन्य बिपक्षी दल एक जुट होकर शहर के कैटीन चौक पर न सिर्फ जमकर नारेवाजी की बल्कि गृहमंत्री अमित शाह का पुतला भी दहन किया। जिसमे मुख्यरूप सें सीपीआई, माले, एआईएसएफ सहित अन्य संगठन शामिल थे।
इस दौरान नेताओ और अन्य छात्र संगठनों ने एक सुर सें अमित शाह को सार्वजनिक तरीके सें माफी मांगने और इस्तीफे की मांग की। इस संबंध मे माले के जिला सचिब दिवाकर कुमार ने बताया की संसद के शीतकालीन सत्र मे जहाँ संबिधान के 75वें वर्ष पर संबिधान का चर्चा हो रहा था। इस दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षीय सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग जो अंबेडकर अंबेडकर रट रहे हैं इससे अच्छा है कि आप लोग भगवान का नाम ले आप लोग स्वर्ग में जाएंगे। ये अभद्र टिपण्णी बाबा भीमराव अम्बेडकर का अपमान है ये हिंदुस्तान की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
दिवाकर कुमार ने प्रधानमंत्री सें अपील की की अगर प्रधानमंत्री मे बाबा साहेब के प्रति थोड़ी भी सम्मान है तो तड़ीपाड़ अमित शाह को बर्खास्त करें। वही सीपीआई नेता अनिल कुमार अंजान ने कहाँ की संसद के बीच में अमित शाह का यह बयान बाबा साहेब का अपमान है देश के के जनतंत्र का अपमान है संबिधान का अपमान है। जिसको लेकर यह प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया गया है। उसी तरह प्रतिरोध मार्च का आयोजन करने वाले तमाम छात्र नेता और बिभिन्न राजनीतिक दल के नेताओ ने अमित शाह के बयान की निंदा करते हुए उनसे इस्तीफा की मांग की और माफी मांगने को कहाँ।
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