पीड़ित मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म:-एसडीपीओ सुबोध
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय/पीड़ित मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। यदि हम अपने जीवन में किसी दूसरे के काम आ जाए, यह हमारा सौभाग्य होगा ।और यही सबसे बड़ा धर्म और पुण्य भी है। उक्त बातें प्रखंड के मेघौल गांव स्थित विश्व कमल संस्थान द्वारा आयोजित फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्मृति शेष विश्व मोहन शर्मा के 80 में जन्म जयंती के मौके पर पिछले छह वर्षों से जारी श्रद्धांजलि सह कंबल वितरण समारोह को संबोधित करते हुए डीजीपी कार्यालय पटना बिहारमें पदस्थापित एसडीपीओ सुबोध कुमार ने कहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए थाना अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने कहा विश्व मोहन शर्मा जी के सुपुत्रों ने ठंड के इस मौसम में गरीब और जरूरतमंदों ने के बीच जो कंबल वितरण कर रहा है यह निश्चित ही पुण्य का काम है।इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। हर समर्थ लोगों को समाज के जरूरतमंदों के बीच यथासंभव मदद करते रहना चाहिए यह अच्छी बात है। पूर्व प्रमुख मिथिलेश मिश्रा ने स्वर्गीय शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष उनके सुपुत्र विनय शर्मा और पंकज शर्मा स्मृति शेष शर्मा की धर्मपत्नी कमला शर्माजी का यह पुण्य कार्य अनुकरणीय है।
कार्यक्रम को मुखिया पुरुषोत्तम सिंह, पूर्व मुखिया अनिल प्रसाद सिंह, ग्रामीण धीरेंद्र प्रसाद सिंह , कृष्णा प्रसाद सिंह अजीत कुमार मिश्रा, कमला शर्मा, पंकज शर्मा, राजू राय, स्वर्गीय शर्मा की पुत्री प्रीती कुमारी पुत्रवधू अस्मिता कुमारी, भूतपूर्व शिक्षक कृष्ण चंद्र राय सहित दर्जनों लोगों ने अपने हाथों से 1000 से अधिक वृद्ध, दिव्यांग और वंचित जनों के बीच कंबल का वितरण किया।
इस अवसर पर सुंदरकांड पाठ का भी आयोजन किया गया। आगत अतिथियों का स्वागत पंकज कुमार शर्मा ,मंच संचालक अरुण कुमार मिश्रा धन्यवाद ज्ञापन विनय शर्मा ने किया ।अपने धन्यवाद भाषण में विनय शर्मा ने अगले वर्ष से पंचायत के मेधावी और टॉपर छात्रों को सम्मानित और छात्रवृत्ति देने का भी घोषणा किया।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट