राजगीर महोत्सव के पहले दिन कैलाश खेर के गीतों पर झूम उठा जनसैलाब, खचाखच भरा महोत्सव स्थल, मंच से कैलाश खेर ने की बिहार और नालंदा की जमकर तारीफ

DNB Bharat Desk

डीएनबी भारत डेस्क

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राजगीर महोत्सव के पहले दिन पद्मश्री कैलाश खेर के लाइव शो ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम स्थल खचाखच भरा रहा और जैसे ही कैलाश खेर मंच पर आए, पूरा पंडाल तालियों और जयकारों से गूंज उठा। 

उनकी दमदार आवाज़ और भावनात्मक गीतों पर लोग झूमते नजर आए। कैलाश खेर ने अपने चाहने वालों को निराश नहीं किया और एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति दी। इस दौरान उन्होंने नालंदा और बिहार की जमकर प्रशंसा की। 

राजगीर महोत्सव के पहले दिन कैलाश खेर के गीतों पर झूम उठा जनसैलाब, खचाखच भरा महोत्सव स्थल, मंच से कैलाश खेर ने की बिहार और नालंदा की जमकर तारीफ 2उन्होंने कहा कि पहले पटना से राजगीर पहुंचने में लगभग 5 घंटे लगते थे, लेकिन अब बेहतर सड़कों और सुविधाओं के कारण यह सफर मात्र साढ़े तीन घंटे में पूरा हो जाता है.उन्होंने राजगीर और नालंदा को ज्ञान की भूमि बताते हुए कहा कि नालंदा विश्व का पहला विश्वविद्यालय रहा है, जहां उस समय शिक्षा और विद्या का ऐसा केंद्र था, जिसकी तुलना पूरे विश्व में कहीं नहीं मिलती। 

राजगीर महोत्सव के पहले दिन कैलाश खेर के गीतों पर झूम उठा जनसैलाब, खचाखच भरा महोत्सव स्थल, मंच से कैलाश खेर ने की बिहार और नालंदा की जमकर तारीफ 3ऐसी पावन धरती को उन्होंने नमन किया। कैलाश खेर ने कहा कि बिहार अब विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। “मेरा बिहार बदल रहा है, विकास और प्रगति के पथ पर है और यह आप सभी की वजह से संभव हुआ है,” उन्होंने कहा अपने संबोधन के अंत में उन्होंने बिहारवासियों से भावुक अपील करते हुए कहा कि नालंदा ज्ञान, जिज्ञासा और शिक्षा की धरती रही है, जहां संतों और ऋषि-मुनियों ने तपस्या की।

 राजगीर महोत्सव के पहले दिन कैलाश खेर के गीतों पर झूम उठा जनसैलाब, खचाखच भरा महोत्सव स्थल, मंच से कैलाश खेर ने की बिहार और नालंदा की जमकर तारीफ 4“अब जब आप जाग चुके हैं, तो जागे रहिए। अब कभी मत सोइए। बहुत सो चुके हैं बिहारवासी.

डीएनबी भारत डेस्क

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