राजद कार्यकर्ताओ ने शुरू किया अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल, बछवाड़ा के दियारे इलाके को बाढ़ ग्रस्त व भीठ ईलाके को सुखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की कर रहे है मांग
बछवाड़ा प्रखंड कार्यालय परिसर में राजद कार्यकर्ताओ द्वारा किया जा रहा है भूख हड़ताल
डीएनबी भारत डेस्क
बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के दियारे इलाके को बाढ़ क्षेत्र व शेष पंचायत को सुखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर राजद कार्यकर्ताओ ने गुरूवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू किया है। भूख हड़ताल पर बैठे राजद युवा प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार रुपेश यादव, प्रखंड अध्यक्ष सुनील कुमार यादव, पूर्व जिला प्रवक्ता श्याम प्रसाद दास,राजद जिला उपाध्यक्ष प्रशांत कुमार दीपक,जिला महासचिव अरुण यादव, उपेन्द्र यादव,मुकेश कुमार मेहता,गौरव कुमार दास, देवेन्द्र यादव, रमेश पासवान,रामानुज प्रसाद राय,बलराम निषाद,अर्जुन यादव, भिखाड़ी चौधरी आदि ने बताया कि दियारे ईलाके के पांच पंचायत में गंगा गंगा में आयी प्रलयकारी बाढ़ से जान-माल सहित क्षेत्र के तमाम किसान का फसल बर्बाद हो गया एवं शेष भीठा के पंचायत में सुखाड़ के कारण फसल की क्षति हुई।
जिससे किसानो को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है। राजद कार्यकर्ताओं का कहना है कि वर्ष 2016 व 2021 में गंगा नदी का पानी उफान पर था उससे कहीं अधिक पानी 2024 में आयी लेकिन सरकार व प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों के बीच सामुचित सुविधा उपलब्ध कराने में प्रशासन नाकाम साबित हुआ। हड़ताल को संबोधित करते हुए राजद के जिला महा सचिव अरूण यादव ने कहा कि दियारे इलाके में प्रशासन के द्वारा सामुचित मात्रा में नाव उपलब्ध नहीं कराया गया। जिस कारण हजारों लोगों को बाढ़ के पानी में रहने को विवश होना पड़ा। बावजूद उन्हे कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराया गया है। वही राजद युवा प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार रूपेश यादव ने कहा कि बेगूसराय जिले में केन्द्र व राज्य सरकार के मंत्री है लेकिन दोनों मंत्री में से किसी मंत्री के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की समस्या को सुनना मुनासिब नहीं समझा।
बाढ़ प्रभावित इलाके के लिए सरकार के द्वारा सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गयी। उन्होंने कहा कि जब तक बाढ़ क्षेत्र घोषित नहीं किया जाएगा और अन्य पंचायत को सुखार क्षेत्र तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगा चमथा दियारा के लिए हम लोग अंतिम दम तक लड़ते रहेंगे । जिला प्रवक्ता श्याम प्रसाद दास ने कहा कि जो किसान रात दिन मेंहनत कर देश के लोगों को भोजन का प्रबंध करते हैं, आज उस किसान के फसल ही बर्बाद नहीं हुए बल्कि बाढ़ की विभिषिका ने उसके घर के चिराग को भी निगल लिया।लेकिन स्थानीय प्रशासन व सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहे हैं। राजद प्रदेश पंचायती प्रकोष्ठ महासचिव रविनंदन सिंह ने बताया कि सरकार हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ पीड़ितों का जायजा ले रही है
जबकि हकीकत है कि सरकार हर पहलू पर पुर्ण रूप से विफल है। राजद के प्रखंड अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को लेकर बाढ़ आश्रय टीला पर चर्चा करते हुए कहा कि दियारे में एक भी बाढ़ आश्रय टीला नहीं है जिस पर किसान अपना मवेशी के साथ स्वयं रह सके। बाढ़ आश्रय टीला के नाम पर मनरेगा में लूट हुआ है,मनरेगा की योजनाओ की जांच होनी चाहिए। सीपीएम नेता उमेश कुंवर कवि ने कहा कि गंगा नदी में आई बाढ़ से करीब आधा दर्जन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, एक ही परिवार से दो अर्थी उठने के बावजूद सरकार व स्थानीय पदाधिकारी के द्वारा आपदा की राशि नहीं दी गयी, जो दुर्भाग्य पुर्ण है। राजद कार्यकर्ताओ ने मांग किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पानी घटने के बाद दियारे में फैलने वाले बीमारियों से रोक थाम की तत्काल व्यवस्था की जाय।
बाढ़ से होने वाले फसल क्षति का अवलोकन कर किसानों को क्षतिपूर्ति दिया जाय। प्रखंड के संवेदनहीन पदाधिकारी बीडीओ व सीओ पर आवश्यक कार्यवाही की जाय। बाढ़ के दौरान सभी खर्च को अनुश्रवण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाय। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सहायता को लेकर एनजीओ व अलग अलग समाजिक संगठन को प्रेरित किया जाय। दियारे समेत प्रखंड के सभी विस्थापित को सरकारी जमीन उपलब्ध कराते हुए उन्हें आवास दिया जाय। कार्यकर्ताओ ने कहा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी आन्दोलन जारी रहेगा । भूख हड़ताल के दौरान मौके पर जिला उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, राजेश पंडित, नरेश सिंह, भिखारी चौधरी, दिलीप यादव, रक्तु यादव, नरेश यादव, अशोक यादव,राजीव कुमार समेत दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
डीएनबी भारत डेस्क