समस्तीपुर : कुर्बानी हज़रत इब्राहीम व हज़रत इस्माइल अल्लेह सलाम की सुन्नत है:- शाही ईमाम मुफ्ती इफ्तेखार आलम कासमी

DNB BHARAT DESK

 

डीएनबी भारत डेस्क

ईदुल अजहा यानी बकरीद के मौके पर पूरे मुल्क व बिहार समेत समस्तीपुर जिला में भी बड़े धूम धाम के साथ दो रिकत नेमाज़ पढ़ कर मनाया गया।इस मौके पर जिला के शाही ईदगाह बेगमपुर में शाही ईमाम व खतीब मुफ्ती इफ्तेखार आलम कासमी ने नेमाजियों से नेमाज से पहले खताब किया।

समस्तीपुर : कुर्बानी हज़रत इब्राहीम व हज़रत इस्माइल अल्लेह सलाम की सुन्नत है:- शाही ईमाम मुफ्ती इफ्तेखार आलम कासमी 2अपने खताब में शाही ईमाम ने लोगों को समझाते हुए बताया के कुर्बानी असल नफ्स की है यानी अगर नफस के अंदर महसूस हो रहा है गलत कामों को करना है लेकिन अल्लाह की खौफ को याद रखते हुए गलत कामों से रूक जाना भी कुर्बानी है।

समस्तीपुर : कुर्बानी हज़रत इब्राहीम व हज़रत इस्माइल अल्लेह सलाम की सुन्नत है:- शाही ईमाम मुफ्ती इफ्तेखार आलम कासमी 3 शाही ईमाम ने आगे बताया कुर्बानी नबी हज़रत इब्राहीम व हज़रत इस्माइल की सुन्नत है इसी को याद रखने के लिए इस्लाम मज़हब के आखरी नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने अपने उम्मति पर वाजिब बताया।आगे शाही ईमाम ने बताया के मजहब इस्लाम आपसी मोहब्बत का पैगाम देता है लेकिन आज लोग एक दूसरे का, भाई भाई के हर काम में टांग खींचने का काम करते हैं जो इस्लाम मज़हब सख्त मना करता है।

समस्तीपुर : कुर्बानी हज़रत इब्राहीम व हज़रत इस्माइल अल्लेह सलाम की सुन्नत है:- शाही ईमाम मुफ्ती इफ्तेखार आलम कासमी 4शाही ईमाम ने लोगों से अपील की के एक दूसरे से मिलकर रहें।आपसी भाईचारगी बना कर रखें। इस मौके पर शाही ईदगाह के अध्यक्ष सैयद मंजरूल जमील ने भी लोगों को मुबारकबाद दी है और आपसी भाईचारगी के साथ ईदुल अजहा को मनाने व अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट

 

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