नालंदा में जेल में बंद विचाराधीन कैदी की मौत, परिजनों ने सड़क पर आगजनी कर किया हंगामा
पिछले 10 मार्च को बिहार थाना पुलिस ने नईसराय गौरा अगर इलाके से ब्राउन शुगर मामले में छह युवकों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने 45 पुरिया ब्राउन शुगर 35000 रुपए नगद और मोबाइल भी बरामद किया था। इसी मामले में दीपनगर मॉडल कारा में बंद कैदी राजू कुमार की शुक्रवार की अहले सुबह मौत हो गई। परिजनों ने इस घटना को लेकर बिहार थाना की पुलिस पर पीट-पीटकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है।
परिजनों की मानें तो बिहार थाना की पुलिस ने राजू कुमार को शक के आधार पर गिरफ्तार करने के बाद 72 घंटे तक थाने के अंदर ही बुरी तरह से पिटाई की थी। उसके बाद उसे दीपनगर मंडल कारा भेज दिया गया था। मृतक कैदी राजू कुमार के शरीर पर कई जख्म के निशान अभी भी देखे जा सकते हैं। परिजनों के मुताबिक पिछले 10 मार्च को बिहार थाना की पुलिस ने नईसराय गौरागढ़ इलाके से 6 युवकों को गिरफ्तार किया था। जिसमें राजू कुमार को भी शक के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। परिजनों ने इलाज में कोताही बरतने का भी आरोप लगाया है। परिजनों ने अस्पताल चौराहा को जामकर जमकर हंगामा किया। वहीं जेल सुपरिंटेंडेंट ने कैदी की मौत के पीछे की वजह को खून की दस्त होने की बात कही है।
नालंदा से ऋषिकेश की रिपोर्ट