डीएनबी भारत डेस्क
होली एक सांस्कृतिक धार्मिक और पारंपरिक त्यौहार है पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को भी मिलता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होली का दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार होली का दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है।
24 मार्च को होलिका दहन को लेकर प्रशासन के द्वारा हर चौक चौराहों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है इसके साथ किसी प्रकार की अनहोनी ना हो इसके लिए बिजलीकर्मियों को भी हर चौक चौराहा पर तैनात किया गया है। आपको बता दें कि 24 मार्च को होली का दहन का शुभ मुहूर्त रात 10:27 से लेकर रात 12:27 तक था।
विधि विधान और पारंपरिक तरीके से बिहार शरीफ के हर चौक चौराहों पर होलिका दहन की गई। होलिका दहन करने वाले व्यक्ति को सर्वहित में सबका प्रतिनिधि बनकर संकल्प करना चाहिए और यह कामना करना चाहिए कि सभी के पापों का नाश हो।
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