केवीके बेगूसराय में प्राकृतिक खेती विषय पर किसानों को दिया गया दो दिवसीय प्रशिक्षण
विशेषज्ञ द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभ एवं इसके द्वारा खेती करने के तरीके के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय कृषि केन्द्र में 31 दिसम्बर से 01जनवरी तक 2024 तक प्राकृतिक खेती विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण किसानों को दिया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में तकरीबन 40 से अधिक किसानों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. रामपाल ने प्राकृतिक खेती के महत्व समेत अन्य क्रियाकलापो के बावत किसानों को जानकारी दिया। प्रशिक्षण उपरांत किसानों ने प्रक्षेत्र में लगे हुए विभिन्न प्रशिक्षण इकाई का भी भ्रमण किया।
प्रशिक्षण कार्यशाला विषय वस्तु विशेषज्ञ सह प्राकृतिक खेती के प्रभारी डॉ. विपिन के द्वारा कराया गया। उन्होंने भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभ एवं इसके द्वारा खेती करने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दिया। किसानों ने भी बहुत ही उत्साह पूर्वक प्रशिक्षण को प्राप्त किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आए हुए किसानों को उद्यान के विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. पाटिल के द्वारा सब्जी की खेती के बारे में जानकारी देते हुए टमाटर की दो किसमे काशी आदर्श एवं काशी विशेष के गुन के बारे में विस्तृत चर्चा किया।
उन्होंने बताया कि काशी आदर्श टमाटर की किस्म लगभग 85 से 90 दिन में तैयार हो जाती है। जिसका फल प्रथम तीन तुरई तक 90 से 115 ग्राम प्रतिफल वजन रहता है। इसके फल का आकर गोल एवं मजबूत तथा छिलके के मोटा होने के कारण से इसे लंबे समय तक रखा जा सकता है। इसकी एक क्षमता यह है कि यह विषाणु जनित रोग जिसे हम लोकल भाषा में भंवरी लग जाना कहते हैं। यह बीमारी के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता रहता है। साथ ही काशी टमाटर विशेष की जानकारी देते हुए बताया कि यह टमाटर की किस्म रोपाई के बाद 70 से 75 दिन में तैयार हो जाती है।
जिसका वजन प्रतिफल औसत वजन लगभग 80 ग्राम होने के साथ प्रति हेक्टेयर 400 से 450 क्विंटल उपज देने की क्षमता रखता है। टमाटर की यह दो कि किस्म कृषि विज्ञान केंद्र बेगूसराय में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जिन किसान भाइयों को टमाटर के बिचड़ा आवश्यकता हो वह कृषि विज्ञान केंद्र बेगूसराय से संपर्क कर सकते हैं।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट