नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोगों ने सत्याग्रह के माध्यम से सरकार के प्रति अपना विरोध प्रदर्शित किया
बेगूसराय जिला के गढ़पुरा में आश्वासन के बाद भी अब तक सत्याग्रह स्थल पर स्मारक का निर्माण नहीं हो सका है जबकि सरकार के द्वारा 10 वर्ष पूर्व ही वहां पर स्मारक बनाने की अनुमति दे दी गई थी।
बेगूसराय जिला के गढ़पुरा में आश्वासन के बाद भी अब तक सत्याग्रह स्थल पर स्मारक का निर्माण नहीं हो सका है जबकि सरकार के द्वारा 10 वर्ष पूर्व ही वहां पर स्मारक बनाने की अनुमति दे दी गई थी।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में आज नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोगों ने सत्याग्रह के माध्यम से सरकार के प्रति अपना विरोध प्रदर्शित किया। दरअसल लोगों का आरोप है कि जिस वक्त भारत देश गुलाम था और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आह्वान पर पूरे भारत में नमक सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की गई थी।
उसी वक्त बिहार केसरी सह बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह के नेतृत्व में आंदोलनकारियों का एक दल मुंगेर से चलकर बेगूसराय जिले के गढ़पुरा तक आया था। जहां स्वदेशी नमक का निर्माण कर उन्होंने गांधीजी के हाथों को मजबूत किया था एवं अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की थी।
लेकिन आज आलम यह है कि जिला प्रशासन एवं सरकार डॉ श्री कृष्ण सिंह के द्वारा किए गए आंदोलन को भूल चुकी है। जबकि स्थानीय लोगों के द्वारा वर्षों से मुंगेर से चलकर गढ़पुरा तक नमक सत्याग्रह गौरव पदयात्रा की जाती है। वहीं गढ़पुरा में आयोजित कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत कई बड़े नेता शामिल हो चुके हैं।
लेकिन आश्वासन के बाद भी अब तक सत्याग्रह स्थल पर स्मारक का निर्माण नहीं हो सका है। जबकि सरकार के द्वारा 10 वर्ष पूर्व ही वहां पर स्मारक बनाने की अनुमति दे दी गई थी। लेकिन अब तक ना तो भूमि अधिग्रहण हो पाई है और ना ही इस संबंध में संविदा की कोई प्रक्रिया की गई है। आज सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से लोगों के द्वारा सरकार से उक्त स्थल स्मारक निर्माण की मांग नहीं पूरा होने पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू