राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 44 तरह की बीमारियों का किया जा रहा है नि:शुल्क इलाज

बेगूसराय जिला में राज्य स्वास्थ समिति द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत अभियान में 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को नया जीवन प्रदान की जा रही है। बेगूसराय में यह योजना शत प्रतिशत धरातल पर कर रही है कार्य- डाॅ रितेश श्रवण (जिला समन्वयक)

बेगूसराय जिला में राज्य स्वास्थ समिति द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत अभियान में 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को नया जीवन प्रदान की जा रही है। बेगूसराय में यह योजना शत प्रतिशत धरातल पर कर रही है कार्य- डाॅ रितेश श्रवण (जिला समन्वयक)

डीएनबी भारत डेस्क

बिहार राज्य स्वास्थ समिति द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चलाए जा रहे अभियान में 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को नया जीवन प्रदान किया जा रहा है। खास तौर पर बेगूसराय में यह योजना शत प्रतिशत धरातल पर कार्य करता दिखाई देता नज़र आ रहा है। जो ह्रदय रोग के बच्चों के लिए न केवल वरदान साबित हो रहा है। बल्कि गंभीर रोग से पीड़ित निराश बच्चों को नया जीवन भी मिल रहा है।

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इस कड़ी में सरकार द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय बाल कल्याण स्वास्थ्य आभियान में लगी आरबीएस की टीम द्वारा एक बार फिर हृदय सहित अन्य रोग से ग्रसित 27 बच्चो को स्कैनिंग के लिए उच्च संस्थान भेजा गया है। जिसे बाद में मुफ्त ह्रदय ऑपरेशन के साथ साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित बच्चे को इलाज के लिए भेजा जायेगा।

इस संबंध में आरबीएस के जिला समन्वयक डॉ रितेश श्रवण ने बताया की जिला में आरबीएसस की कुल 45 टीमें लगी हुई है। जिसमें 45 आयुष चिकित्सक 22 एएनएम और 15 फार्मासिस्ट अपना योगदान दे रहे हैं। डॉ ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 44 तरह की बीमारियों का इलाज मुफ्त में कराया जाता है।

इसके लिए 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ की जांच आंगनवाड़ी और स्कूलों में किया जाता है। जिला समन्वयक ने बताया कि अब तक 42 बच्चों का इस योजना के माध्यम से निःशुल्क और सफलता पूर्वक ह्रदय का ऑपरेशन कराया जा चुका है। जिला समन्वय ने बताया कि धीरे-धीरे इसके प्रचार-प्रसार से अधिक से अधिक लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंचाना लक्ष्य है।

बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू

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