भ्रमण के दौरान योगापट्टी प्रखण्ड का भ्रमण कर प्रशांत किशोर ने 17 किमी पदयात्रा में 5 पंचायतों के 9 गांव पहुंचे ।
डीएनबी भारत डेस्क
जन सुराज पदयात्रा के 33 वें दिन की शुरुआत सर्व धर्म प्रार्थना से हुई। जिसके बाद नवलपुर के राम जानकी मंदिर से प्रशांत किशोर ने सैंकड़ों पदयात्रियों के साथ चलना शुरू किया। 17 किमी की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 5 पंचायतों के 9 गांव पहुंचे। पदयात्रा नवलपुर पंचायत से निकल कर पिपरहिया, बलुआ भवानीपुर, फतेहपुर होते हुए मच्छरगावां पहुंची। इस दौरान प्रशांत किशोर लोगों से जन सुराज पर चर्चा किया। समाज के हर वर्ग में जन सुराज पदयात्रा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े लोग बढ़-चढ़ कर पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं और जन सुराज पर चर्चा करने के साथ प्रशांत किशोर से अपनी समस्याओं को भी साझा कर रहे हैं।
नवलपुर में पदयात्रा के दौरान सरकारी नौकरी की तयारी करने वाली लड़कियां प्रशांत किशोर से मिलने पहुंची, जिन्होंने ने अपनी पढ़ाई में आने वाली चुनौतियों को उनसे साझा किया। प्रशांत किशोर ने उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना।
बिहार ज्ञान की भूमि है, व्यवस्था ने इसे मजदूर स्प्लायर बना दिया है। इसी को बदलने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं- प्रशांत किशोर
जन सुराज पदयात्रा के दौरान योगापट्टी प्रखंड के पिपरहिया पंचायत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि “मोटरसाइकिल चला रहे हैं हमारे लड़के, बनता हरयाणा और महाराष्ट्र में है। हम लोग घर बनवाते हैं तो सीमेंट और छड़ लगता है, बनता मध्य प्रदेश में है। आप लोग गाड़ी चलाते हैं, गाड़ी कहां बनता है? गुजरात और तमिलनाडु में। आप लोग घर में टीवी देखते हैं, रेडियो सुनते हैं, ये मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में बनता है। हमारे यहां क्या बनता है ? हमारे यहां अब सिर्फ जवान लड़कों को मजदुर बनाया जाता है।
देश भर में जिसको भी मजदूरों की जरुरत होती है, बस भेज कर बिहार से मजदुर ले आते हैं। बिहार को लोगों ने लेबर का सप्लायर बना दिया है। ये ज्ञान की भूमि रही है बिहार, देवताओं को भी बिहार आकर ज्ञान मिला है। व्यवस्था को देखिये, व्यवस्था ने हमको आपको लो ग्रेड लेबर का सप्लायर बना दिया है। स्थिति बदलनी चाहिए, आपके लड़के जिंदगी भर मजदुर ना रहें इसलिए पदयात्रा करने निकले हैं।”