मजदूरों की दो टूक- सुबह प्रार्थना के बाद हाजरी दर्ज हो, तभी शुरू होगा काम
डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर:पहले हाजरी बनाने फिर काम शुरू कराने की मांग को लेकर विश्वविद्यालय के पशु उत्पादन शोध संस्थान के मजदूरों ने कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया।
मजदूरों का मांग है कि पीड़ित मौसमी श्रमिक मजदूर राजू राम को उचित उपचार, कम से कम 50 हजार रुपया मुआवजा एवं डॉक्टर के सलाह के उपरांत आराम के दौरान उपस्थिति पंजी पर उपस्थिति दर्ज करने को लेकर विभागीय लिखित पत्र जारी किया जाए, प्रतिदिन सुबह 6:30 बजे प्रार्थना के उपरांत उपस्थिति पंजी पर उपस्थित सभी श्रमिकों मजदूरों को दर्ज किया जाए
उसके बाद ही कार्य पर लगाया जाए, पशु उत्पादन शोध संस्थान एवं विश्वविद्यालय कई पदाधिकारी द्वारा मजदूरों से मनमानी व अफसरशाही पर रोक लगाया जाए, लंबे समय से विश्वविद्यालय में कार्यरत श्रमिक मजदूरों को प्रति महीना में 18 दिन के बदले 26 दिन काम लिया जाए।
मौके पर मजदूरों ने कहा कि विभाग मजदूर से पहले काम संपन्न कराती है और फिर अंत में हाजरी बनवाती है। कोई हादसा होने पर विभाग मजदूरों को कार्यस्थल पर नहीं होने की बात बताकर पल्ला झाड़ लेती है। आखिर मजदूरों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों। उन्होंने मांग किया कि मजदूर के आते ही पहले हाजरी बनाई जाए फिर कार्य शुरू कराई जाए।
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हीं भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में अवसरसाही चरम सीमा पर है, मजदूरों के साथ लगातार शोषण किया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन मजदूरों का मांग को अभिलंब विचार करें, अन्यथा भाकपा-माले आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट