डीएनबी भारत डेस्क
कभी मास्कों का किला कहें जाने वाले वीरपुर प्रखंड क्षेत्र में हुए हांलीया बिहार विधानसभा चुनाव में पोल खोल कर रख दिया है। बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत वीरपुर प्रखंड क्षेत्र अब भी मास्को के नाम से जाना जाता था।

जहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने धिरे धिरे विरोधियों का सामना करते हुए वर्तमान बिहार विधानसभा चुनाव में महां गठबंधन के उम्मीदवार अमीता भूषण को लगभग सभी आठ पंचायतों में पराजय होने का रास्ता साफ दिखा दिया।इस से हालीया चुनाव परिणामों से लगता है वीरपुर प्रखंड क्षेत्र में सीपीआई,माले, सीपीएम,राजद, कांग्रेस सहित बीआईपी का जनाधार ध्वस्त हो गया है।
अगर ऐसा ही रहा तो भविष्य में प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी आठ पंचायतों में वार्ड से लेकर मुखिया, समिति, सरपंच, जिला पार्षद तक के पदों के लिए लालाइत होने से कोई रोक नहीं सकता है। इस से अच्छा तो यह होगा कि महां गठबंधन के सभी घटक दलों को इस बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों से सिख लेते हुए जमीनी स्तर पर अभी से
ही संगठनों को निचले पैयदानो पर यानी वार्ड अस्तर पर अपने अपने ढंग से आत्म मंथन करते हुए जनाधार को मजबूत करने में लगे और समाज में समाजीक, राजनीतिक और सरकारी कृया कलापों में आई वियाप्त गरबरीयों को ठीक करने के लिए जनता को गोल बंद कर संघर्ष करने में कोई कसर नहीं छोडे ।
हां सभी दलों को यह भी चाहीए की पहले अपनी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की सुरक्षा, सरकारी सुविधाएं सब से पहले मिले इसके लिए भी दंड बैठक कसरत करना अभी से ही शुरू कर दें तो भविष्य में लाभ मिल सकता है। नहीं तो सीपीआई, माले,राजद, कांग्रेस आदि महां गठबंधन के वर्तमान घटक दलों के हाथों, झुनझुना के अलावे कुछ भी नहीं बचेगा।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट