डीएनबी भारत डेस्क
नालंदा जिले के धनेश्वरघाट स्थित राजेंद्र आश्रम कांग्रेस पार्टी कार्यालय में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तालाबंदी कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष पर मनमानी करने और पार्टी में अपराध से जुड़े लोगों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि 6 जून को राजगीर स्थित अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में नालंदा जिले के कई प्रखंड अध्यक्षों के नाम सूची से हटा दिए गए और उनकी जगह कथित तौर पर नीट पेपर लीक मामले में संलिप्त संजीव मुखिया के पुत्र डॉ. शिवकुमार और उनके भतीजे का नाम जोड़ा गया। इस घटनाक्रम से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में हंगामा करते हुए कहा कि पार्टी में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को कतई जगह नहीं मिलनी चाहिए।
गौरतलब है कि नीट पेपर लीक कांड में चर्चित संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी इस बार हरनौत विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं और सूत्रों के अनुसार वह महागठबंधन से कांग्रेस के टिकट पर दावेदारी कर सकती हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पार्टी में ऐसे लोगों को बढ़ावा देना कार्यकर्ताओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ है।
उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन पार्टी को ‘दलालों और अपराधियों’ से मुक्त कराने के लिए है। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि प्रदेश और जिला नेतृत्व की मिलीभगत से कांग्रेस पार्टी का चरित्र कमजोर हो रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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