किसानों ने सीखा गरमा खेती का गुर
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय,खुदाबंदपुर| आत्मा के सौजन्य से दो दिवसीय किसान वैज्ञानिक वार्ता सह आवासीय प्रशिक्षण का शुभारंभ बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र खुदाबंदपुर में किया गया। प्रशिक्षण का उद्घाटन केंद्र के प्रभारी सह वरीय वैज्ञानिक डाक्टर रामपाल एवं अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गौरव कुमार ने संयुक्त रूप से किया । प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न प्रखंडों से चयनित दो दो किसान भाग ले रहे हैं । लेकिन कार्यक्रम में खोदाबंदपुर ,बरौनी, छौराही, चेरिया बरियारपुर ,मटिहानी साहेवपुर कमाल ,मनसूरचक, गढ़पुरा, भगवानपुर के किसानों का ही प्रतिनिधित्व उपस्थित था।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए वैज्ञानिक डॉक्टर रामपाल ने सर्वप्रथम किसानों से उनके इलाके में गर्म मौसम में किए जाने वाले फसलों की खेती के बारे में जानकारी प्राप्त किया ।किसानों ने बताया कि गर्म सीजन में हम लोग मक्का, सूडान, जनेर ,मूंग, ईख एवं विभिन्न प्रकार के साग सब्जी का खेती किसानी करते हैं। वैज्ञानिक ने इन फसलों की खेती में उनको क्या-क्या समस्या आता है ।उसके बारे में एक-एक कर जानकारी प्राप्त किया और फिर उनका समाधान बताया ।उन्होंने कहा अभी गरमा फसल की बुआई अब होने वाली है।
इसीलिए समय पूर्व कृषि विभाग ने इस तरह के प्रशिक्षण का आयोजन किया है जो एक सराहनीय पहल है। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा आपको जब कभी भी किसी प्रकार के वैज्ञानिक और तकनीकी सलाह की आवश्यकता हो तो आप केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। आपकी समस्या का त्वरित निष्पादन किया जाएगा।
इस मौके पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गौरव कुमार ने किसानों को गरमा सीजन में सरकार द्वारा दिए जाने वाले बीज एवं उस पर मिलने वाले अनुदान के साथ-साथ कृषि के लिए सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन एवं अनुदान योजनाओं की जानकारी विस्तार पूर्वक दिया ।मौके पर बी टी एम रजनी कुमारी, किसान सलाहकार रंजन रजक एवं अन्यकर्मी मौजूदथे।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट