डीएनबी भारत डेस्क
बीपीएससी परीक्षा में हुए धांधली के खिलाफ जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ शनिवार की शाम जन सुराज के बछवाड़ा विधानसभा के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाला विरोध जताया। कैडल मार्च को झमटिया ढाला शुरू कर नारेपुर होते हुए बछवाड़ा बाजार पहुंचा और पुरे बाजार जुलूस निकाला कैडल मार्च घुमाया। जुलूस के दौरान कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार और बीपीएससी प्रबंधन समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। जुलूस का नेतृत्व मंसूरचक प्रखंड अध्यक्ष मो मजहर अली ने किया।

जुलूस को संबोधित करते हुए स्टेट कमिटी मेंबर अशोक प्रसाद सोलंकी ने कहा कि बिहार में बीपीएससी परीक्षा में धांधली के खिलाफ हम लोग कैंडल मार्च निकालकर सरकार को आगाह करने आए हैं कि अविलंब परीक्षा रद्द किया जाए और पुनः कदाचार मुक्त परीक्षा कराया जाए। अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो फिर से बिहार में 74 जैसा छात्र आंदोलन होगा और सरकार को इसका विधानसभा चुनाव में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के पुलिस द्वारा प्रशांत किशोर पर जो पुलिसिया कार्रवाई किया गया है वह गलत है। वह बापू के प्रतिमा के पास शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे।
पुलिस उन्हें बेवजह गिरफ्तार कर लिया और दिन भर इधर उधर घुमाती रही। वह पुनः अनशन पर बैठे हैं। जबतक सरकार छात्रों पर न्याय नहीं करती हैं तब तक वह बैठे रहेंगे चाहे उनकी जान ही क्यों नहीं चली जाए। सभा को संबोधित करते हुए जिला युवा अध्यक्ष सह मुखिया गोविंदपुर एक राजीव पासवान ने कहा कि यह सरकार छात्र विरोधी हैं। उन्हें छात्रों की कोई चिंता नहीं है। अगर होती तो वह छात्र पर हुए जुल्म पर संज्ञान लेती। परीक्षा को रद्द कर कदाचार मुक्त परीक्षा करवाती।
बिहार की सरकार संविधान विरोधी विचारधारा वालों की कठपुतली बन गई है। माननीय प्रशांत किशोर बिहार को बदलने चले है बदलाव की शुरुआत हो चुकी हैं। अगर सरकार अपने अड़ियल रवैए से बाज नहीं आती है तो हम सरकार को चैन से नहीं छोड़ सकते हैं। जुलूस में अनुमंडल युवा अध्यक्ष अजय कुमार राय, दादूपुर सरपंच प्रतिनिधि अंजय कुमार, राहुल कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
बेगुसराय बछवाड़ा संवाददाता मनोज कुमार राहुल की रिपोर्ट