छपरा और सिवान में अब तक जहरीली शराब से गई 30 की जान, कई अस्पताल में भर्ती

डीएनबी भारत डेस्क 

बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद अवैध तरीके से शराब का निर्माण, तस्करी और सेवन बदस्तूर जारी है। अवैध जहरीली शराब की वजह से कई बार लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ है। ऐसा ही कुछ हो रहा है बिहार के सारण और सिवान से। सारण और सिवान में दो दिनों में अब तक एक महिला 30 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब चार दर्जन लोग अस्पताल में भर्ती हैं।

मिली जानकारी के अनुसार बीते 14 अक्टूबर से अब तक सिवान में 26 लोगों की मौत हुई है जबकि सारण में 4 लोगों की मौत हो गई। अब तक 46 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है जिसमें 7 लोगों के आंखों की रौशनी चली गई। गंभीर हालत में 34 लोग सिवान सदर अस्पताल में भर्ती हैं जबकि 2 छपरा में और 10 लोगों को पटना में भर्ती कराया गया है।

हाट में खरीदी थी शराब

पुलिस के अनुसार, 13 अक्टूबर को सिवान के भगवानपुर में लगे हाट में लोगों ने पाउच वाली शराब खरीदी थी और पी थी। शराब की वजह से मौत मामले में पुलिस ने एसआईटी गठित कर जांच शुरू कर दी है।

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थानाध्यक्ष समेत 5 पुलिसकर्मी निलंबित

जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आने के बाद सारण के मशरक थानाध्यक्ष, चौकीदार और एएसआई समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही मशरक थानाध्यक्ष और एएसआई छवीनाथ यादव को शो काउज नोटिस भी जारी किया गया है। इसके साथ ही सिवान एसपी ने भी भगवानपुर हाट थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है साथ ही दो चौकीदारों के निलंबन की कार्रवाई की है। महाराजगंज उत्पाद थानाध्यक्ष पवित्रा कुमारी और एक एएसआई के खिलाफ जांच की जा रही है।

8 हिरासत में

जहरीली शराब से मौत मामले में सारण पुलिस ने जानकारी दी है कि मशरक थाना क्षेत्र में जहरीली शराब से दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो अन्य इलाजरत है। मामले में पुलिस ने 8 आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। साथ ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस एसआईटी बना कर जांच और छापेमारी कर रही है।

2022 में गई थी 71 की जान

बता दें कि वर्ष 2022 में भी सारण में जहरीली शराब पीने से 71 लोगों की मौत हो गई थी। सबसे अधिक मशरक में 44 लोगों की मौत हुई थी जबकि अमनौर और मढ़ौरा में भी जहरीली शराब की वजह से दर्जनों लोगों की मौत हुई थी।

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