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ट्रेन के चालक दल ने बचाई तीन साल की मासूम बच्ची की जान,इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को बच्ची से कुछ दूर पहले ही ट्रेन को रोक दिया | Desh News Bharat

ट्रेन के चालक दल ने बचाई तीन साल की मासूम बच्ची की जान,इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को बच्ची से कुछ दूर पहले ही ट्रेन को रोक दिया

DNB BHARAT DESK

 

घटना बछवाड़ा और तेघरा स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर आईबीएच सिग्नल के पास किमी-191/10 पर बच्ची भटक कर रेल ट्रेक पर आ गई थी।

डीएनबी भारत डेस्क

लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस के चालक के सूझ बुझ एवं तत्परता से एक तीन वर्ष की बच्ची की जन उस समय बच गयी जब उक्त बच्ची भटकते हुए घर से रेल ट्रेक के बीच आ गयी। अचानक रेल ट्रेक पर बच्ची को देखकर लोको पायलट ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेन का इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को बच्ची से कुछ दूर पहले ट्रेन को रोक दिया। चालक दल के सदस्यों द्वारा तत्परता,सूझबूझ और मानवता की एक मिसाल पेश की गई जिसके परिणामस्वरूप एक बच्ची की जान बचाई जा सकी।

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बताते चले कि ट्रेन के लोको पायलट आर.एम.पी. यादव और सहायक लोको पायलट किशन कुमार ने असाधारण तत्परता और सूझबूझ का परिचय दिया,जब उन्होंने एक तीन साल की बच्ची को देखा, जो बछवाड़ा और तेघरा स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर आईबीएच सिग्नल के पास किमी-191/10 पर भटक गई थी  पटरी पर लड़की की मौजूदगी देखकर चालक दल ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर तेजी से कार्रवाई की, जिससे संभावित दुर्घटना टल गई। उनकी त्वरित प्रतिक्रिया से ट्रेन, जिसे लोकोमोटिव नंबर 22944 द्वारा संचालित किया जा रहा था, कुछ ही सेकंड में रुक गई,जिससे छोटी बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकी।

ट्रेन के चालक दल ने बचाई तीन साल की मासूम बच्ची की जान,इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को बच्ची से कुछ दूर पहले ही ट्रेन को रोक दिया 2घटना के फलस्वरूप ट्रेन 07:15 से 07:20 तक उस स्थान पर खड़ी रही, इस दौरान ट्रेन के चालक दल ने लड़की को आवश्यक सहायता और देखभाल प्रदान की। एक बार जब उसकी सुरक्षा सुनिश्चित हो गई, तो ट्रेन ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपनी यात्रा फिर से शुरू कर दी, जो चालक दल की व्यावसायिकता और यात्री कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करता है। ट्रेन के चालक दल की हार्दिक सराहना करते हैं और उनकी सूझबूझ और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए भूरी भूरी प्रशंसा के काबिल हैं । उनके कार्य रेलवे सुरक्षा के उच्चतम मानकों का उदाहरण देते हैं और बच्चों जैसे कमजोर व्यक्तियों को नुकसान से बचाने के लिए सतर्क रहने के महत्व पर जोर देते हैं।

यह घटना यात्रियों और समुदाय की भलाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए, व्यापक सुरक्षा उपायों और प्रोटोकॉल को लागू करने के लिए रेलवे अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों को भी रेखांकित करती है। इसके साथ ही रेलवे जनता से अपील भी करती है कि रेलवे लाइन हमेशा समपार फाटक से ही पार करें। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से अपने बच्चों और मवेशियों को रेलवे ट्रैक से दूर रखें।

बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू की रिपोर्ट

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