सिमरिया धाम में किए जा रहे विकास कार्यों का मंत्री संजय झा ने किया निरीक्षण, कहा ‘समय से पूर्ण करें काम’

जल संसाधन मंत्री ने सिमरिया धाम में विभाग द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों का किया स्थल निरीक्षण, दिये कई निर्देश। सिमरिया धाम के विकास के कार्यों को समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा कराएं अभियंता : संजय कुमार झा

 

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डीएनबी भारत डेस्क 

जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने शनिवार को उत्तरवाहिनी गंगा तट पर स्थित सिमरिया धाम में विभिन्न सुविधाओं के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों एवं अभियंताओं को सभी कार्यों को निर्धारित समय पर पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के लिए जरूरी निर्देश दिये। इस मौके पर जल संसाधन विभाग के कई वरीय अधिकारी एवं अभियंता मौजूद थे। संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा है कि सिमरिया धाम को हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी से भी सुंदर बनाया जाये।

सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार 114.97 करोड़ रुपये की विस्तृत योजना को 22 मार्च 2023 को राज्य कैबिनेट से मंजूरी मिली थी और 30 मई 2023 को इसका कार्यारंभ खुद माननीय मुख्यमंत्री जी ने किया था। योजना के तहत सिमरिया गंगा तट पर मौजूदा राजेंद्र पुल और उसके दक्षिण में निर्माणाधीन सिक्स-लेन सड़क पुल के बीच करीब 550 मीटर लंबाई में रीवर फ्रंट, स्नान के लिए सीढ़ी घाट और उसके समानांतर नदी में सुरक्षा घेरा, चेंजिंग रूम, गंगा आरती का स्थान, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, धर्मशाला, शौचालय परिसर, ओपन एयर थियेटर, पार्क, पार्किंग, पाथवे, प्रशासनिक भवन, वाच टावर और प्रकाश की व्यवस्था इत्यादि को शामिल किया गया है। इस योजना के सभी कार्यों को 18 महीने में पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के तहत 798 शीट पाईल कराया जाना है, जिसमें 202 शीट पाईल ड्राइविंग कार्य और धर्मशाला का लेआउट कराया जा चुका है।

संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला ही नहीं, बिहार और बिहार के बाहर से भी यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते रहे हैं। सुविधाओं के विकास के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभूति होगी। इससे यहां धार्मिक पर्यटन का विकास होगा और आसपास के इलाके में होटल तथा परिवहन सहित कई तरह के कारोबार एवं रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उल्लेखनीय है कि सिमरिया धाम में उत्तरवाहिनी गंगा होने के कारण इसका धार्मिक महत्व काफी अधिक है। हर साल कार्तिक मास में यहां कल्पवास मेले की परंपरा सदियों से चली आ रही है। सिमरिया कल्पवास मेले को एक दशक से अधिक से राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त है। यहां वर्ष 2011 में अर्ध कुंभ और 2017 में महाकुंभ का भी आयोजन हो चुका है। इसके अलावा स्नान, मुंडन और धार्मिक अनुष्ठान के लिए सालोभर काफी श्रद्धालु और साधु-संत सिमरिया आते रहते हैं।

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