एम्बुलेंस कर्मचारी संघ एवं कुरियर तथा आशा कार्यकर्ता संघ के हड़ताल ने स्वास्थ्य विभाग की कमर ही तोड़ डाली

अपनी मांगों के लेकर तीनों संस्थानों कर्मी हैं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर।

अपनी मांगों के लेकर तीनों संस्थानों कर्मी हैं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर।

डीएनबी भारत डेस्क 

संसार का मूल आधार मानव जीवन है और मानव जीवन का मूल आधार स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। लेकिन इन दिनों एम्बुलेंस कर्मचारी संघ बेगूसराय एवं आशा कार्यकर्ता संघ के द्वारा किए गए हड़ताल ने स्वास्थ्य विभाग की कमर ही तोड़ डाली है।

स्वास्थ्य विभाग की मूल कार्य-योजना में शामिल आवश्यक सेवाओं में 102 एम्बुलेंस सेवा प्रदान करना, जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा, सुरक्षित व संस्थागत प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों का देखभाल, जन्म के तुरंत बाद से ही दी जाने वाली नियमित टीकाकरण, टेलीमेडिसिन,ग्रीन चैनल, उत्प्रेरण, स्वास्थ्य विभाग में केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने जैसी सभी महत्वपूर्ण कार्य पर हड़तालियों द्वारा ताला लगा दिया गया है।

ताला इस सेंस में की कहा गया है कि एक भी वैक्सीन कोल्ड चेन से बाहर नहीं निकल सकता है। चाहे वह प्रसव कक्ष के बाद अस्पताल के टीकाकरण कक्ष में दी जाने वाली टीका के लिए ही क्यूं नहीं हो। कमर तोड़ देने के संबंध में कहा जाता है कि सामान्य मरीजों, प्रसुताओं, टीवी, एमडीटी दवा के रोगी, फाइलेरिया, बीपी, सुगर के नियमित मरीजों का अस्पताल से सम्पर्क आशा कार्यकर्ता के नहीं रहने दिया टूट गया है।

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वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए हड़तालियों ने बताया कि पीएचसी बरौनी में कार्यरत आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर बुधवार से राज्य संघ के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं तथा इसी प्रकार 102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ भी अपने संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। तथा हड़तालियों को बल देते हुए नियमित टीकाकरण कुरियर द्बारा भी सहमति जताई गई है।

इस दौरान पीएचसी परिसर में सभी आशा धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। वहीं धरना-प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को सर्वप्रथम प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत नींगा पंचायत की कर्मठ व काफी तेज़ तर्रार अनुभवी आशा कार्यकर्ता नुतन शर्मा के असामयिक निधन पर शोक सभा आयोजित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।

वहीं आशा संघ बरौनी अध्यक्ष नीलम झा ,सचिव वैदेही कुमारी ने बताया कि सरकार आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को कम से कम दस हजार रुपए मासिक भत्ता, वैश्विक महामारी कोविड -19 काल में किए गए कार्य के लिए दस हजार रुपया भत्ता, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सेवानिवृत्त के उपरांत दस लाख रुपया भुगतान करने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया है।

जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तब हड़ताल जारी रहेगा। वहीं एम्बुलेंस कर्मचारी ने बताया कि लम्बित माह का वेतन, ईपीएफ, ईएसआई, श्रम अधिनियम के तहत मानदेय का निर्धारण, कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि करने, बोनस की राशि का भुगतान करने, बैठे हुए कर्मचारियों को जल्द वापस लेने तथा कम्पनी तथा अस्पतालों के अधिकारियों द्वारा किए जाने वाला भयादोहन, प्रताड़ना पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।

इस अवसर पर एम्बुलेंस कर्मचारी मो चांद बाबू, मो अशदुललाह उर्फ मो अरशद, मनोज कुमार, मुकेश पासवान, लालाबाबू पासवान, रीतेश कुमार, संजीव कुमार, नियमित टीकाकरण कोरियर मो दीन, मो नौशाद खां, अमन कुमार, मुकेश कुमार, रामविनय कुमार,आनन्द कुमार, राम सुजन कुमार, रामनिरंजन कुमार, दिवाकर राय, संगीता कुमारी, आभा सिन्हा, अनिता देवी, आशा माला रेणु देवी, रुबी देवी, नीतू कुमारी, निशा कुमारी, मीना देवी अनिता शर्मा, सुबोध देवी, पिंकी कुमारी, गुड़िया कुमारी, चन्दन कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर कुमार 

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