शिक्षा मंत्री के मुंह से रामचरितमानस पर बयान दुर्भाग्यपूर्ण, सभी धर्म का करना चाहिए सम्मान
डीएनबी भारत डेस्क
जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने आज नालंदा के हिलसा विधानसभा में नए व पुराने कार्यकर्ताओं के बीच दान व धर्म के पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर चूड़ा दही भोज का आयोजन किया। इस मौके पर हजारों की संख्या में पार्टी के कार्यकर्तागण शामिल हुए। बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरितमानस को लेकर की गई टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि एक शिक्षा मंत्री के मुख से किसी भी धर्म ग्रंथ पर टिप्पणी करना शोभा नहीं देता।
राजू दानवीर ने कहा कि हमारा देश विविधता में एकता का देश है। यहां हर धर्म के मानने वाले लोग हैं। ऐसे में हर किसी के धर्म का और उसके ग्रंथ का उतना ही महत्व है, जितना हमारे धर्म और ग्रंथ का। सब के आराध्य देव भी अलग-अलग हैं। कोई कृष्ण को मांगता है, कोई राम को मानता, कोई शिव को मानता है, कोई नानक को मानता है, कोई बुद्ध को मानता है, कोई पैगंबर साहब को मानता है, कोई ईसा मसीह को मानता है। ऐसे में किसी भी धर्म और उसकी सोच पर टिप्पणी करना अभद्रता है और एक राज्य के शिक्षा मंत्री के रूप में ऐसा बयान अनुचित है, क्योंकि शिक्षा मंत्री का बयान काफी मायने रखता है और उनके बयान से लोग प्रभावित होते हैं। उन्हें ऐसे बयानों से बचकर सार्थक शिक्षा को लेकर बातचीत करनी चाहिए।
नालंदा से ऋषिकेश