खाद की कमी से किसान परेशान, सरकारी कुव्यवस्था का लगा रहे आरोप
डीएनबी भारत डेस्क
सरकारी कुव्यवस्था के कारण किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है। खाद की किल्लत से किसान काफी परेशान हैं। सही समय पर खेतों में खाद नहीं पड़ने से फसलों पर बुरा असर पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि यदि यही स्थिति बनी रही तो इस बार खेती बारी चौपट हो जायेगी। आधारपुर के किसान नवलकिशोर सिंह उर्फ नेपो सिंह ने बताया कि पैक्स और व्यापार मंडल जैसी संस्थाओं का गठन किसानों को खाद बीज मुहैया करने के लिये किया गया लेकिन सरकार की गलत नीतियों के चलते यह संस्था सिर्फ नाम की रह गई है। इन संस्थाओं का क्या काम है यह आम किसानों को पता ही नहीं चलता है।
दुलारपुर के किसान रोहित सिंह, सुधीर चौधरी आदि ने बताया कि गेंहूँ और मकई जैसी प्रमुख फसलों में अभी खाद की जरूरत है किन्तु बाजार में खाद नहीं मिल रहा है। इन्होंने बताया कि यदि खेतों में समय पर खाद नहीं डाला जायेगा तो फसलों की उपज पर उसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। किसानों ने बताया कि कृषि के प्रति सरकार संवेदनहीन बनी है। किसान खाद खाद चिल्ला रहे हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है। किसानों ने सरकार से अविलंब खाद उपलब्ध कराने की माँग की है।
तेघड़ा, बेगूसराय से शशिभूषण भारद्वाज