सीओ ने बताया कि मुजफरा तकिया घाट को प्रतिबंधित घोषित किया गया है।
डीएनबी भारत डेस्क
छठ महापर्व को ले प्रशासनिक तैयारियां युद्ध स्तर पर शुरू हो गयी है। प्रखंड क्षेत्र के कुल 44 छठ घाटों में से 1 छठ घाट पर जांचोपरांत प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा प्रतिबंधित छठ घाट घोषित किया गया है। जबकि अन्य 11 छठ घाटों को भी खतरनाक छठ घाट घोषित किया गया है।
इस संबंध में सीओ ललिता कुमारी ने बताया कि वीरपुर प्रखंड अंतर्गत बूढ़ी गंडक नदी ,बैती व बलान नदी के अलावे कुरनमा सोती के किनारे स्थित कुल 44 घाटों पर संध्या व सुबह को छठ व्रतियों के द्वारा अर्घ्य दिया जाता है। जिसमें से एक घाट को प्रतिबंधित व 11 घाटों को ख़तरनाक घाट घोषित किया गया है।
सीओ ने बताया कि मुजफरा तकिया घाट को प्रतिबंधित घोषित किया गया है। वहीं डीहपर पंचायत अंतर्गत स्लूईस गेट घाट, हरिजन बैठका ब्रह्म स्थान घाट, करीमटोल घाट, भवानंदपुर पंचायत के ईमली घाट, सिकरहुला घाट, सार्वजनिक घाट राजापुर, गोरियारी घाट सहनी टोल, पानापुर घाट, वीरपुर पूर्वी पंचायत के हनुमान मंदिर घाट पकड़ी एवं लखनपुर टोला के पास स्थित कुरनमा घाट तथा वीरपुर पश्चिम पंचायत के बैदा पुल घाट को खतरनाक घोषित किया गया है।
प्रशासन ने प्रतिबंधित घाट पर लोगों से छठ पूजा नहीं करने की अपील की है। वहीं चिन्हित खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग, गोताखोरों व कुशल नाविक की व्यवस्था को ले आवश्यक पहल की जा रही है। इसके अलावे सभी घाटों पर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट