सिमरिया धाम गंगा तट पर आस्था का उमड़ा जनसैलाब
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय/बीहट-विश्व प्रसिद्ध सिमरिया धाम की उत्तर वाहिनी गंगा तट पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन बुधवार को पड़ोसी देश नेपाल और भूटान सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए लाखों लाख श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान बनाते हुए आस्था का डुबकी लगाया। लगातार 16 घण्टे तक सिमरिया धाम के 18 घाटों पर स्नान के लिए लोग उमड़ते रहे। हर-हर गंगे, गंगा मैया की जयकारा से सम्पूर्ण गंगा तट भक्ति मय हो गया। सिमरिया धाम गंगा तट से लेकर बरौनी और बेगूसराय तक केवल और केवल वाहनों में गंगा स्नान करने वाले लोगों की आवाजाही देर शाम तक लगी रही।
ठहर – ठहर कर छोटी गाड़ियां सिमरिया घाट पार्किंग स्थल की ओर सरकती रही। कि करब जप तप जोग धियाने, जनम किरतार्थ एकही स्नाने… मिथिला के महाकवि विद्यापति ने गंगा स्नान की महत्ता को ध्यान में रखते हुए कभी लिखा था कि करब जप तप जोग धियाने.. आज उसी को जीते हुए ना केवल मिथिला वासी बल्कि सम्पूर्ण उत्तर भारत समेत नेपाल के लोगों ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान कर अपने जन्म जन्मान्तर के मंगल जीवन की कामना की। खासकर भूटान नेपाल के अलग – अलग जिलों से आये लगभग 1 लाख से अधिक लोगों ने भी गंगा स्नान किया। इसके साथ ही मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, पूर्णिया, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, लक्खीसराय, पटना एवं बेगूसराय के लोगों का हुजूम देर शाम तक गंगा स्नान के लिए पहुंचता रहा । मंगलवार की देर रात से ही शुरू हुआ भगतैय
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी सिमरिया गंगा तट पर भगतई करने वाले महिला और पुरुषों की संख्या काफी रही।
खास करके इस वर्ष लगभग 5 सौ से अधिक महिला और पुरुषों को भगतैय करते देखा गया। सबसे ज्यादा नेपाल से आए श्रद्धालुओं द्वारा मंगलवार की देर रात से ही भगतैय शुरु होकर बुधवार की शाम तक चलता रहा। जगह-जगह झुंड बनाकर अपनी-अपनी मंडली में महिलाएं और पुरुष मानर, मृदंग, झाल, करताल और डंडे के सहारे झूमते देखे गए। इस संबंध में नेपाल से आए गंगा ठाकुर कहते हैं कि ये महिलाएं सतवन करते हुए पवित्र गंगा में स्नान कर अपने घर को लौट जाएगी। वहीं लहान नेपाल से आए , पूजा देवी, अशोक महतो ने कहा कि हमारे यहां के लोग सिमरिया गंगा तट को पवित्र भूमि मानते हुए सभी तरह के पाप से मुक्ति के लिए गंगा स्नान कर अपने आप को पुण्य का भागी मानते रहे हैं ।
सिमरिया धाम जाने का वन वे व्यवस्था रहा कारगर जिला प्रशासन द्वारा कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सिमरिया धाम पर बरती गई विशेष व्यवस्था काफी सफल रहा। खास करके सीओ सूरज कांत द्वारा लगातार मेला क्षेत्र की पेट्रोलिंग के कारण मेला की व्यवस्था सुदृढ़ रही। गंगा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वन वे व्यवस्था के तहत कुंभ द्वार से बिंदटोली के रास्ते गंगा तट और वापसी के लिए सीढ़ी घाट के रास्ते का उपयोग किया गया था। जिसके कारण स्नान का मुख्य घाट का एरिया निर्माणाधीन सिक्सलेन पुल के पूरब और पश्चिम ही रहा। वहीं एडीएम ब्रजकिशोर चौधरी, सदर डीएसपी टू पंकज कुमार, मुख्यालय डीएसपी, ट्रैफिक डीएसपी, परीक्षमान डीएसपी, सीओ सूरज कान्त, चकिया थाना अध्यक्ष नीरज कुमार चौधरी, एफसीआई थानाध्यक्ष विनीत कुमार, जीरोमाइल ओपी अध्यक्ष प्रवीण कुमार सहित अन्य दंडाधिकारी एवं पदाधिकारी ड्यूटी पर मुस्तैद दिखे।
50 लाख से अधिक का हुआ व्यवसाय लाखों लोगों की उपस्थिति से सिमरिया धाम से लेकर हर तरफ जाने वाली सड़क किनारे की छोटी बड़ी दुकानों पर भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं के खानपान, भोजन, परिवहन, रहन-सहन, नास्ता, पानी, चाय को लेकर कार्तिक पूर्णिमा का स्नान 50 लाख का व्यवसाय स्थानीय बाजार को दे गया। पूर्णिमा स्नान को आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखकर वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। लगभग 3 हजार से अधिक वाहनों की आवाजाही का क्रम जारी रहा। स्थानीय संवेदक कहते हैं कि लोगों के आने का सिलसिला मंगलवार की शाम से ही शुरू हो गया जो बुधवार देर रात तक चलता रहा। वहीं सिमरिया घाट के सभी होटलों में 24 घंटे भोजन का दौर चलता रहा। फुटकर विक्रेता से लेकर बड़े दुकानदारों ने भी गंगा स्नान को आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए अपने आपको तैयार करके रखा था ।
एनएच 31 के फोर लाइन हो जाने के बावजूद भी लगती रहीं जाम, जबकि प्रशासन ने कर रखी थी मुक्कमल व्यवस्था।कार्तिक पूर्णिमा को लेकर उमड़ती भीड़ के सामने जिला प्रशासन को विगत वर्षों में ट्रैफिक व्यवस्था जस की तस रह जाती थी। लेकिन इस बार एनएच 31 के फोर लाइन में बदल जाने के बाद भी वाहनों की आवाजाही में दिक्कत होती रही।जबकि गाड़ियां अपने लाइन में तेजी से आगे बढ़ती रही। इसके अलावा एनटीपीसी से आगे बढ़ने पर बड़ी गाड़ियों को सिक्स लाइन के रास्ते आगे बढ़ा दिया गया जबकि सिमरिया घाट तीन मोहनी के बाद भी सभी गाड़ियों को जाने नहीं दिया गया। सूचना केंद्र पर लगातार मिलने बिछड़ने का दौर रहा जारी मेला में लगातार 24 घंटे तक सूचना प्रसारण का काम जारी रहा ।

मेला क्षेत्र में कार्यरत नागरिक सुरक्षा बलों ने बतायाा कि अब तक 400 से अधिक लोगों को मिलाने का काम सूचना केंद्र से होता रहा। कल्पवास क्षेत्र में संतों की जत्था सहित स्नानार्थियों ने किया परिक्रमा।वहीं कार्तिक पूर्णिमा के पुनीत पावन अवसर पर कल्पवासी संत लाडली बाबा महंत सहित कई अन्य संतों के अगुवाई में समस्त कल्पवासी सहित दस हजार से अधिक संख्या में श्रद्धालु संतों ने कल्पवास क्षेत्र का परिक्रमा कर पुण्य का बारभागी बना। इस दौरान भगवान की जय कारे लगाते हुए अक्षत, तील, जौ, पुष्पों की वर्षा होती रही। वहीं इस मौके ढोल नगाड़े बजते रहे।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट