राज्य में दलित, महिला और बच्चों की सुरक्षा खतरे में है और सरकार इन मामलों में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर जिले के वारिसनगर विधानसभा छेत्र के मथुरापुर निवासी सह युवा समाजसेवी जमशेद आदिल “सोनू’ ने कहा कि मुजफ्फरपुर में जिस 11 साल की मासूम बच्ची के साथ रेप की वारदात हुई थी, रविवार को उसकी मौत हो गयी। घटना केवल एक बच्ची के साथ अत्याचार नहीं, बल्कि पूरे समाज और मानवता पर हमला है।
दलितों और महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध इस बात का प्रमाण हैं कि बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। न तो वे जनता को सुरक्षा दे पा रहे हैं और न ही राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को संभाल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण बच्ची की जान चली गई। अगर समय रहते उसे अस्पताल में बेड की व्यवस्था हो जाती तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
बेड के अभाव में बच्ची 4 घंटे तक एम्बुलेंस में ही रही और फिर जब अस्पताल प्रशाशन पर दबाब डाला गया तो उसे बेड मिल सका।जमशेद आदिल ने कहा कि राज्य में दलित, महिला और बच्चों की सुरक्षा खतरे में है और सरकार इन मामलों में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट