डीएनबी भारत डेस्क
नालंदा जिले में इन दिनों धान की कटाई का काम जोर-जोर से किया जा रहा है। किसानों के द्वारा धान कटाई के बाद उसके अवशेष को खेतों में ही छोड़कर उसकी पराली को जलाने का काम भी तेजी से कर रहे हैं। आपको बता दे की पंजाब में पराली जलाने का असर दिल्ली में देखने को मिल रहा है। जिसके कारण दिल्ली की हवा काफी प्रदूषित हो चुकी है।
अगर इसी तरह से पंजाब के तर्ज पर अगर बिहार में भी किसानों के द्वारा पराली जलाने का काम किया गया तो दिल्ली की तरफ बिहार की हवा पूरी तरह से जहरीली हो जाएगी। हालांकि अभी पटना समेत कई ऐसे जिले हैं जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब है। नालंदा जिले में भी इन दिनों पराली जलाए जाने से धुन्ध का असर दिख रहा है। वही इस संबंध में नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि जिले में जहां भी पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं, वहां किसानों को नोटिस जारी किया जाता है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले पराली जलाने वाले किसानों का डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) बाधित किया जाता है, जो सरकार की योजनाओं के तहत दिया जाता है। इस वर्ष अब तक 10 किसानों का डीबीटी बाधित किया गया है। साथ ही, जो किसान बड़े पैमाने पर पराली जला रहे हैं और निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाती है।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि पराली जलाने के मामलों में लापरवाही बरतने वाले किसान सलाहकारों और कृषि समन्वयकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। अब तक एक किसान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, और अन्य मामलों की जांच जारी है।
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