जो कोई श्रीमदभागवत भगवान का कथा श्रवण करता है अथवा कथा के प्रसंग को अपने जीवन में उदृत करता है ,वह मानव समस्त पापों से मुक्ति प्राप्त करता है – श्री देव जी महाराज

DNB Bharat Desk

 

समस्त पापों से मुक्ति का माध्यम है भागवत

डीएनबी भारत डेस्क

जो कोई श्रीमदभागवत भगवान का कथा श्रवण करता है अथवा कथा के प्रसंग को अपने जीवन में उदृत करता है ,वह मानव समस्त पापों से मुक्ति प्राप्त करता है । उक्त बातें प्रखंड के श्री राम जानकी ठाकुरबाड़ी चल की में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में बुधवार की रात्रि ज्ञानमंच से प्रवचन करते हुए आचार्य श्री देव जी महाराज ने कहा ।उन्होंने कहा गीता हमें शिक्षा देता है कि बिना इच्छा के निष्काम कर्म करते चलें निश्चित ही शुभ मंगल फल मिलेगा । गीता चरित्र निर्माण का सबसे उत्तम और बड़ा शस्त्र है ।इसके माध्यम से भगवान ने कहा है चरित्र ,कमल पुष्प समान संसार परिवार में रहकर बनेगा बेहतर कर्मों से बनेगा।

- Sponsored Ads-

ना कि वैराग्य और त्याग से।  त्याग और बैराग से दूसरे जन्म में उसका फल मिलेगा लेकिन कलिकाल में कथा श्रवण मात्र से भागवत के तमाम फलों का लाभ मनुष्य प्राप्त कर सकता है। भगवान भगवत गीता को ब्रह्मांड का निर्माता कहा  है । यह प्रेत आत्मा और पूर्वजों के कर्मों से मुक्ति का अंतिम साधन है। जिस प्रकार सिंह के गर्जन से भेरिया भाग जाते हैं उसी प्रकार भागवत कथा के श्रवण मात्र से मानव के संपूर्ण दुखो और पापों का नाश हो जाता है। भागवत पाठ हिंदुओं के धार्मिक आराधना की आकृति है।

जो कोई श्रीमदभागवत भगवान का कथा श्रवण करता है अथवा कथा के प्रसंग को अपने जीवन में उदृत करता है ,वह मानव समस्त पापों से मुक्ति प्राप्त करता है - श्री देव जी महाराज 2इसलिए हम सबको भगवान भागवत में बताए गए बातों का अनुसरण कर इस सांसारिकता में अपने जीवन को खपाते हुए परम मोक्ष को प्राप्त करने के लिए अग्रसर बने रहना चाहिए। इस मौके पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया ।कथा के आयोजन राम लखन दास जी महाराज एवं ग्राम ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट

Share This Article