प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि दवा फेंके जाने की जानकारी मिली है,मौके पर जाकर मामले की जांच करेंगे। दवा के बैच नंबर से यह पता चल सकेगा कि दवा किस पीएचसी के लिए जिला स्टोर से आपूर्ति की गई है।
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। जिले के हसनपुर प्रखंड के सुरहा बसंतपुर पंचायत के सीताकुंड चौर में लावारिश हालत में भारी मात्रा में सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की जाने वाली दवा मिली है। बरामद दवा में आयरन और फोलिक एडिस के अलावा अन्य दवा शामिल है।
कुछ दवा एक्सपायर हैं जबकि आयरन और फोलिक एडिस दवा की एक्सपाइरी दिसंबर 2024 है।किसानों की नजर दवा पर पड़ी तो मामले की जानकारी हसनपुर पीएचसी को दी गई है। उधर, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि दवा फेंके जाने की जानकारी मिली है। मौके पर जाकर मामले की जांच करेंगे।
दवा के बैच नंबर से यह पता चल सकेगा कि दवा किस पीएचसी के लिए जिला स्टोर से आपूर्ति की गई है।वही ग्रामीण मुकेश कुमार यादव ने बताया कि वह खेत जा रहे थे तो देखा कि सड़क किनारे गढ्ढा में भारी मात्रा में दवा फेंका हुआ है। जिसमें कई एक्सपायर व कई दवा की एक्सपाइरी 2024 है। दवा एक पिकअप से कम नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि अस्पताल के कर्मी को बताया गया लेकिन अबतक इसे देखने तक कोई नहीं आया है। गांव के ही कर्नल कुमार बताते हैं कि सभी दवा के रेपर पर बिहार सरकार लिखा हुआ है। एक तो हॉस्पिटल में लोगों को दवा दी नहीं जाती ऊपर से इतनी संख्या में दवा फेंक दी गई है।
प्रखंड चिकित्सा पदाधिकार डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि आयरन व फोलिक एडिस की दवा गर्भवती महिलाओं को खून की कमी को दूर करने के लिए दी जाती है। खास कर यह दवा आशा को उपलब्ध कराया जाता है ताकि वह गांव में जाकर गर्भवती महिला को दवा उपलब्ध कराए। पूरे मामले की जांच की जाएगी। इसमे जो दोषी पाएं जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट