नीतीश कुमार ने बिहार में आरक्षण को सही से लागू नहीं किया होता तो,दलित समाज के लोग आज मुखिया नहीं बनते-महेश्वर हजारी
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर में बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष सह कल्याणपुर के विधायक महेश्वर हजारी ने इशारों-इशारों में चिराग पासवान पर तंज कसते हुए उनके जिन पर ही सवालिया निशान उठा दिया है। बता दें कि चिराग पासवान द्वारा जातिगत जनगणना के दौरान पासवान जाति की संख्या कम किए जाने के सवाल पर महेश्वर हजारी ने कहा कि सिर्फ टाइटल ‘पासवान’ रख लेने से कोई पासवान नहीं हो जाता। पासवान का ‘जीन’ होता है,वह ओरिजिनल पासवान हैं।
दरअसल समस्तीपुर जिले के वारिसनगर विधानसभा अंतर्गत सतमलपुर में जदयू के नये पदाधिकारियों के सम्मान समारोह के दौरान बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिराग पासवान पर निशाना साधा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में भीमराव अंबेडकर के सपनों को साकार करने वाले व्यक्ति का नाम नीतीश कुमार है।
अगर नीतीश कुमार ने बिहार में आरक्षण को सही से लागू नहीं किया होता तो,दलित समाज के लोग आज मुखिया नहीं बनते,प्रखंड प्रमुख, जिला परिषद के अध्यक्ष नहीं होते। उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब दलित समुदाय के लोग चप्पल खोलकर बड़े लोगों के पास जाते थे। नीतीश नहीं होते तो आज भी यह प्रथा जारी रहती। नीतीश कुमार की देन है कि समाज में एकरूपता का माहौल बना है।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट