सिमरिया धाम के विकास के लिए मुख्यमंत्री जो कृति स्थापित किए हैं इसके लिए वह अमर पुरूषों के तुल्य जानें जाएगें – स्वामी चिदात्मन जी महाराज

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सिमरिया धाम के विकास के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के द्वारा किया जाने वाला विकास कार्य अतुलनीय

डीएनबी भारत डेस्क 

भारत की एकता और अखंडता के लिए द्वादश कुम्भ स्थली सिमरिया धाम में गंगा के अवतरण दिवस गंगा दशहरा के दिन राज्य के मुखिया नीतीश कुमार ने जो कृति स्थापित किए हैं इसके लिए वह अमर पुरूषों के तुल्य जानें जायेंगें। यह कार्य अनन्त अखणड ब्रह्मांड, विश्व, देश, राज्य, धर्म, आध्यात्म और शास्त्रोंनुकुल विश्व में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

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सिमरिया धाम के विकास के लिए मुख्यमंत्री जो कृति स्थापित किए हैं इसके लिए वह अमर पुरूषों के तुल्य जानें जाएगें - स्वामी चिदात्मन जी महाराज 2

ऐसे पुनीत कार्यों के होने से विश्व का कल्याण होता है। तथा देश व राज्य की एकता और अखंडता को बल मिलता है। उक्त बातें गंगा दशहरा व्रत के पावन अवसर पर सिमरिया धाम में पूज्य संत किशोरी शरण के मंदिर में सीताराम जी के दुल्हा-दुल्हन स्वरूप की पुजा अर्चना करते हुए करपात्री अग्निहोत्री प्रातः काल स्मरणीय परम पूज्य गुरुदेव स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने व्यक्त किया।उन्होंने इस अवसर पर उपनयन संस्कार में शामिल हुए संतों को संबोधित करते हुए कहा कि गायत्री मंत्र में सारा ब्रह्माण्ड का रहस्य छिपा हुआ है।

इस रहस्य को प्राप्त कर लेने पर हम सत्य को प्राप्त कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का आध्यात्म है वेद। वेदों में जितने वर्णाक्षर हैं इससे आगे एक भी वर्णाक्षरों को अबतक कोई नहीं ढूंढ पाया है। वेद को किसी ने बनाया नहीं है। यह अक्षुण्ण और अपौरुषय है। पूर्णता की प्राप्ति के लिए वेद सूत्र को सर्वमान्य माना गया है। कथा में आगे उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने जीवन को वेद के अनुरूप ढ़ाल लेते हैं उनका जीवन धन्य धान्य और सफल हो जाता है।

हम अपने दो चक्षुओं के रहते हुए भी अंधे हैं। इस दो नयनों से हम संसार को नहीं देख सकते हैं। यह उपनयन संस्कार हमारे तीसरी चक्षुओं को खोलता है। जिससे कि हम अंतर्मुख से इस संसार को देख सकते हैं। यह जीवन का प्रथम सोपान है। वहीं यज्ञोपवीत संस्कार में शामिल हुए दोनों बालकों ने संत शिरोमणि गुरुदेव स्वामी चिदात्मन जी महाराज को वेद की सूत्र गायत्री मंत्र का मंत्रोच्चारण कर सुनाया। जिससे उपस्थित सभी संतों ने उसे कोटी कोटी साधुवाद दिया। मौके पर रामकिशोरी शरण, मिडिया प्रभारी सर्वमंगला आश्रम नीलमणि कुमार, राम झा सहित अन्य उपस्थित थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धर्मवीर कुमार 

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