सीएम नीतीश ने एक बार फिर कहा कि हम प्रधानमंत्री की रेस में नहीं हैं, बातचीत के बाद जो फैसला होगा उसपर काम करेंगे

शिक्षा विभाग तथा विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग द्वारा आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री

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डीएनबी भारत डेस्क 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित ज्ञान भवन में शिक्षा विभाग तथा विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग द्वारा आयोजित उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के व्याख्याता, विश्वविद्यालय एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों के सहायक प्राध्यापक के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनियुक्त सभी प्रधानाध्यापकों एवं सहायक प्रोफेसर को मैं बधाई देता हूं। आज उच्च माध्यमिक विद्यालय के 369 प्रधानाध्यापक, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के 37 व्याख्याता, पटना विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक विश्वविद्यालय के 17 सहायक प्राध्यापक एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों के 139 सहायक प्राध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है। शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर शिक्षकों एवं दूसरे पदों पर और बहाली होनी है। मुझे पूरा भरोसा है कि आप सभी लोग अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे ढंग से निभाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार कर्मचारी चयन आयोग, तकनीकी सेवा आयोग, बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग, केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग का गठन कर विभिन्न पदों पर बहाली की जाती है। शिक्षा के क्षेत्र में कई काम किए गए हैं। बिहार में 21,291 नये प्राथमिक विद्यालयों का निर्माण कराया गया है, इसके साथ ही 19,725 प्राथमिक विद्यालयों को मध्य विद्यालयों में उत्क्रमित किया गया है। 2 लाख 79 हजार 801 वर्ग कक्षाओं का निर्माण कराया गया है। पुराने सरकारी स्कूल के भवनों को ठीक किया गया है। वर्ष 2022-23 में 51 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा शिक्षा के क्षेत्र में खर्च किया जा रहा है। शिक्षक ठीक से पढ़ायेंगे तो हमलोग उनका तनख्वाह भी बढ़ाते जायेंगे। पंचायत, नगर निकायों के माध्यम से शिक्षकों की बहाली की गई। उन्होंने कहा कि पहले 5वीं कलास के बाद लड़कियां नहीं पढ़ पाती थीं। हमने पोशाक एवं साइकिल योजना की शुरुआत करायी। बिहार में किए गए इस कार्य को देखने के लिए विदेश से लोग आए। इन योजनाओं से स्कूलों में लड़कियों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई। लड़कियों के पढ़ने से बिहार में प्रजनन दर घटने लगा।

उन्होंने कहा कि सर्वे से जानकारी मिली कि पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तो देश का औसत प्रजनन दर 2 है, जबकि बिहार का भी 2 ही है। पत्नी अगर इंटर पास है तो देश का औसत प्रजनन दर 1.7 है, जबकि बिहार का 1.6 है। बिहार का प्रजनन दर अब 4.3 से घटकर 2.9 पर आ गया है। इसे हमें 2 पर लाना है। लड़कियां पढ़ेंगी तो प्रजनन दर घटेगा। आज कल कुछ लोग जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कानून बनाने की बात करते हैं, यह ठीक नहीं है। पहले बिहार में काफी कम इंजीनियरिंग कॉलेज थे। पहले बिहार के लड़कों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिये बिहार से बाहर जाना पड़ता था। हम जब केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे, तो बाहर जाने पर बिहार के लड़कों से हमारी मुलाकात होती थी। उन्होंने कहा कि हमने बिहार में काफी संख्या में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का फैसला किया ताकि बिहार के लड़कों को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए मजबूरी में बाहर नहीं जाना पड़े। हमने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से पढ़ाई की है। जब केंद्र सरकार में श्रद्धेय अटल जी की सरकार थी, तो हमने उनसे आग्रह करके इसे एनआईटी बनवाया। हमारे अनुरोध पर ही पटना में आईआईटी बनाया गया। बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। पहले लड़कियां इंजीनियरिंग कॉलेजों में कम पढ़ती थीं, अब बड़ी संख्या में लड़कियां इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई कर रही हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य के विभिन्न जगहों पर 5 जनवरी से यात्रा पर जा रहे हैं। लोगों के बीच जाकर हम देखेंगे कि बिहार में जो काम हुआ है वो कितना इफेक्टिव है। लोगों की क्या समस्याएं हैं, उन्हें हम जानने का प्रयास करेंगे और उन समस्याओं को दूर करने की दिशा में अधिकारियों को निर्देश देंगे। हम एक-एक चीज को जाकर देखेंगे। सड़क, पुल, पुलिया, भवन सभी चीजों को मेंटेन रखना है उसे भी देखेंगे। अगर गरीब-गुरबा लोगों को किसी प्रकार की परेशानी है तो उसे भी जानेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कल दिल्ली की खबर एकतरफा छपती रहती है। केवल प्रचार-प्रसार में लोग लगे रहते हैं। आज कल मीडिया में वही लिखना पड़ता है जो उसे लिखने के लिये कहा जाता है। समाज में मीडिया का काफी बड़ा योगदान होता है। पहले मीडिया पक्ष और विपक्ष दोनों की बातों को रखता था। हम 8वीं कक्षा से ही अखबार पढ़ते हैं। हमारे पिता आजादी की लड़ाई लड़े थे, उन्होंने देश की आजादी के बारे में बचपन मुझे बहुत सारी बातें बतायी थीं। आजादी की लड़ाई में आरएसएस का कोई योगदान नहीं है। आजादी दिलाने में बापू के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। आज कल भारत में कौन सा काम हो रहा है। वर्ष 2016 में हमलोगों ने बिहार में हर घर नल का जल योजना लागू किया, उसके बाद केन्द्र सरकार ने उसे लागू किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले शाम के बाद लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे। कानून व्यवस्था का हमलोग पूरा ख्याल रखते हैं। समाज में प्रेम, भाईचारा और शांति का माहौल है। सभी तरह के काम हमलोग करवा रहे हैं। बिहार सबसे पौराणिक जगह है इसलिये इसका विकास होना जरूरी है। बिहार के विकास के लिये और जो जरूरी काम है, उसे हमलोग करेंगे। उन्होंने कहा कि आप सभी की नियुक्ति हुयी है आपलोग अच्छे ढंग से पढ़ायेंगे तो बच्चों का ज्ञान बढ़ेगा। अच्छे से पढ़ाइयेगा तो समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आगे हम आपलोगों की तनख्वाह भी बढ़ाते रहेंगे। नये वर्ष के लिये आप सभी को शुभकामनायें देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि अगले वर्ष और अच्छा काम करेंगे ताकि बिहार और आगे बढ़ेगा।

कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘बैगलेश शनिवार, सुरक्षित शनिवार का वीडियो जारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार पाने वाली शिक्षिका निशी कुमारी और शिक्षक सौरभ सुमन को सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र एवं तीस हजार रुपए का चेक प्रदान कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रुप से कुछ नवनियुक्त उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के व्याख्याता, विश्वविद्यालय एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों के सहायक प्राध्यापकों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र वितरित किया।

कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी एवं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, शिक्षा विभाग के सचिव असंगवा चुवाआओ, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक मनोज कुमार, पटना विश्वविद्यालय के कुलपति गिरिश कुमार चौधरी सहित अन्य अधिकारीगण, नियुक्ति पत्र पानेवाले अभ्यर्थी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पश्चात् पत्रकारों द्वारा कमलनाथ के विपक्ष की ओर से राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होने से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग इंतजार कर रहे हैं। बाकी सभी पार्टियों से मिल जुलकर काम करने की बात हो रही है। कितनी बार कह चुके हैं कि हम प्रधानमंत्री के रेस में नहीं हैं। हमारी न इच्छा है और न हम इसमें इंट्रेस्टेड हैं। अधिक से अधिक पार्टियां मिलकर काम करेंगी तो बहुत अच्छा रहेगा, यही हमारी इच्छा है। हमलोगों का इतना अच्छा बहुमत आयेगा कि सरकार बनायेंगे और आपसी सहमति के साथ ठीक ढंग से जो योजनाएं तय करेंगे उसके आधार पर देश को और आगे बढ़ाएंगे।

राहुल गांधी की उम्मीदवारी को समर्थन देने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें हमलोगों को कोई दिक्कत नहीं है। हमलोग सब एक साथ पहले बैठेंगे और फिर सब तय किया जाएगा, इसमें क्या दिक्कत है। अधिक से अधिक दल मिलकर आगे का काम करेंगे और जब मिलेंगे तो सब चीज तय होगी। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की बिहार यात्रा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी यात्रा कर सकता है। वो अपनी पार्टी की ओर से यात्रा कर रहे हैं। सबको पता चल गया कि हम घूम रहे हैं। खैर जे पी नड्डा पर हमको कुछ नहीं कहना है वो तो यहीं के रहनेवाले हैं। पटना से उनका रिश्ता है। उनका हमलोगों से दूसरा संबंध था लेकिन अब पार्टी के अध्यक्ष हैं तो उनको सिर्फ दो लोगों की ही बात माननी है। हर पार्टी का अपना-अपना काम है। पूरे बिहार की सेवा के लिए हम काम कर रहे हैं। बिहार के लिए जितना काम किया गया है उसको देखना है। जितनी योजनाओं को हमलोग चला रहे हैं, उसको भी देखना है। पहले की योजनाएं, हर घर नल का जल, सात निश्चय की योजनाएं, जल-जीवन-हरियाली अभियान, सात निश्चय 2 की भी योजनायें है। इसके अलावे किसी खास जगह पर और क्या जरूरत है उसको भी देखेंगे। यही हमारा मकसद है। अपने लिये तो हम कुछ कर नहीं रहे हैं। हम तो जनता के लिए कर रहे हैं और लोगों की सेवा के लिए कर रहे हैं। मेरी ख्वाहिश कुछ और नहीं है।

भाजपा कह रही है कि आप राजशाही के लिए चार्टर प्लेन खरीद रहे हैं, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन के लिए भाड़ा पर लेने से अच्छा है कि अपना खरीद लिया जाए, इससे सुविधा होगी और राज्य का खर्च भी बचेगा। भाड़ा पर लेने पर काफी खर्च होता है। पहले लोग कहते थे कि अपना हो जाए तो अच्छा है, आजकल ये लोग क्या बोलते हैं। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी बोल रहे हैं कि जो लोग पहले हेलिकॉप्टर और चार्टर प्लेन की बात किए हैं वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं, इस प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो चाहते थे कि वो अपना कार्यकाल पूरा करें लेकिन उनको पार्टी ने ही हटा दिया। सरकारी और निजी अस्पतालों में फेक फार्मासिस्ट के काम करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही हम स्वास्थ्य विभाग को कहेंगे कि इसे पूरे तौर पर देखिए।

राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी का अपना कार्यक्रम होता है। उनकी पार्टी के काम से हमलोगों को कोई मतलब नहीं है। जैसे ही उनका ये काम खत्म हो जाएगा और हमलोगों की जो बातचीत हुई है उसके बाद जब वे फिर बुलाएंगे तो हमलोग आपस में बात करके आगे के बारे में तय करेंगे, उसी के आधार पर आगे का कार्यक्रम तय होगा। अभी कई कार्यक्रम चल रहा है, वो अपना-अपना है।

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