ठंड की कहर से जन-जीवन अस्त-व्यस्त, किसानों और पशुपालकों पर टूटी मुसीबतों की गाज

DNB Bharat Desk

इन दिनों प्राकृतिक आपदा का कहर लगातार जारी रहने से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जहां आम लोग बैगैर जरुरत के घरों से निकलना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। वहीं किसानों, खेतीहर मजदूरों, पशुपालकों के सामने तो मुसिबत ही मुसिबत हो गया है।

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हाट, बाजार, हरकतों पर जहां लोग खचाखच भरे रहते थे। फिलहाल सब के सब सुने सुने से दिखाई देने लगे हैं।हद तो यह है कि जब सरकार सब की साथ सब का विकास की बातें करती है तो कुछ लोगों के तन पर अब भी समुचित कपड़े नहीं हैं।

ठंड की कहर से जन-जीवन अस्त-व्यस्त, किसानों और पशुपालकों पर टूटी मुसीबतों की गाज 2जो किसी अजुवा से कम नहीं है। पशुपालकों के सामने खेत पटवन समेत पशुओं के हारे चारा के साथ जानवरों को सुरक्षित रखने की परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।

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