“सुरक्षा केवल नियम नहीं, जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए”-  जयदीप घोष

DNB Bharat Desk

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एनटीपीसी बरौनी के टाउनशिप परिसर में ‘‘राष्ट्रीय अग्नि सुरक्षा सप्ताह-2025’’ का समापन 20 अप्रैल को गरिमामयी माहौल में संपन्न हुआ। 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक चले इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य था आम जनों में अग्नि सुरक्षा को लेकर सतर्कता और जागरूकता बढ़ाना। सप्ताहभर के इस अभियान में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की अग्निशमन इकाई ने लोगों के बीच व्यापक जन-जागरूकता का संदेश फैलाया।

“सुरक्षा केवल नियम नहीं, जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए”-  जयदीप घोष 2समापन कार्यक्रम की खास बात रही ‘लाइव फायर ड्रिल डेमोंस्ट्रेशन’, जिसमें आग की असली स्थिति में लोगों को बचाव की तकनीक सिखाई गई। आग के प्रकार, अग्निशमन यंत्रों का सही चयन, और फायर फाइटिंग तकनीकों को बहुत ही व्यावहारिक ढंग से दिखाया गया। इस दौरान सीआईएसएफ की टीम ने न केवल प्लांट कर्मियों बल्कि स्कूल-कॉलेज के बच्चों, गृहिणियों और आम नागरिकों को भी प्रशिक्षण दिया।

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केन्द्रीय विद्यालय गढ़हाड़ा, डीएवी स्कूल हर्ल बरौनी एनएच 28, राजकीयकृत मध्य विद्यालय बीहट जैसे कई संस्थानों में छात्र-छात्राओं को अग्निशमन यंत्रों का प्रयोग करना सिखाया गया। सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) जैसे जीवन रक्षक उपायों की जानकारी भी दी गई। हफ्ते भर चले कार्यक्रम में फायर प्रिवेंशन रैली, क्विज, निबंध लेखन, चित्रकला प्रतियोगिता, तथा गृहिणियों के लिए विशेष फायर सेफ्टी डेमो आयोजित किए गए।

“सुरक्षा केवल नियम नहीं, जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए”-  जयदीप घोष 4प्लांट में कार्यरत स्थायी और संविदा कर्मियों के लिए भी व्यावहारिक अग्निशमन प्रशिक्षण सत्र आयोजित हुआ। समापन समारोह में परियोजना प्रमुख जयदीप घोष ने अग्निशमन टीम की निष्ठा की सराहना करते हुए कहा “सुरक्षा केवल नियम नहीं, जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए।”वहीं सीआईएसएफ उप कमांडेंट आकाश सक्सेना ने कहा कि सतर्कता और जागरूकता से ही हम किसी भी संकट से समय रहते निपट सकते हैं।

“सुरक्षा केवल नियम नहीं, जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए”-  जयदीप घोष 5कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। यह सप्ताह हमें सिखाता है कि मिलजुल कर, सही प्रशिक्षण और सजग दृष्टिकोण से हम आग जैसी आपदा को रोक सकते हैं और एक सुरक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। यह सप्ताह एक सबक है- आग से डरें नहीं, समझदारी से लड़ें।

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