तकनीकी आधारित फल सब्जी की खेती से किसान होंगे खुशहाल – डॉ रामनिवास

DNB Bharat Desk

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किसान खेती में वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर यदि फल सब्जी का खेती करते हैं तो उनका आय दोगुना क्या 5 गुना हो सकता है। आपको देखना है तो बेगूसराय एघु निवासी प्रमोद सिंह के खेत पर जाकर केला की खेती का अवलोकन कर लें। लेकिन अफसोस आज तक किसानों ने खेती में सलीका को नहीं अपनाया। यदि किसान वैज्ञानिक तकनीक के साथ-साथ अपने पुराने अनुभव और सलीका को अपनाते हैं। खेती में  कब बुआई करना है, कैसे खाद देना है, रोग लगता है उसका देखभाल और उसका उपचार कैसे करना है ,कौन सा प्रभेद अभिज का बीज खेती में बुवाई करना है।

इन तमाम बातों का किसान निर्धारण करें तो दुनिया की कोई भी ताकत उनके आमदनी को दोगुना क्या 5 गुना होने से रोक नहीं सकता ।उक्त बातें सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर में कृषि विभाग के एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत फलों की उत्पादन तकनीक पर आयोजित दो दिवसीय सेमिनार को संबोधित करते हुए कॉलेज ऑफ़ हॉर्टिकल्चर पिपरा कोठी मोतिहारी के प्रोफेसर डॉ रामनिवास सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि कहा । उन्होंने कहा बेगूसराय के किसान मुख्यतः आम ,लीची केला, नींबू ,पपीता का खेती करते हैं ।इन क्षेत्रों में भी प्रदेश में उत्पादन का जो डाटा है, बेगूसराय उसको फुलफिल करता है।

तकनीकी आधारित फल सब्जी की खेती से किसान होंगे खुशहाल - डॉ रामनिवास 2मैं तो कहता हूं उससे कहीं आगे है ।यदि किसान वैज्ञानिक तकनीकी के साथ-साथ सलीका से खेती करें तो सरकार किसानों के आय दोगुना करने की बात करती है मैं दावे के साथ कहता हूं किसानों की आय 5 गुना होगा। उन्होंने शरीफा, जामुन , ड्रैगन फूड, स्ट्रॉबेरी, बेर आदि फलों के उत्पादन की आवश्यकता पर बल दिया ।तथा फलों के साथ-साथ सब्जी ,अनाज के पौधों में लगने वाले रोग और उसके सही निदान के बारे में विस्तार पूर्वक किसानों को जानकारी दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम मंझौल प्रमोद कुमार ने कहा बेगूसराय के किसान काफी शिक्षित, वैज्ञानिक और परिश्रमी है। जरूरत है परंपरागत खेती से ऊपर उठकर लभकर कृषि को अपनाने का। आज फल और सब्जी का खेती कर किसान माला माल हो रहे हैं।

तकनीकी आधारित फल सब्जी की खेती से किसान होंगे खुशहाल - डॉ रामनिवास 3मुझे खुशी है की फलों के वैज्ञानिक तकनीक पर आज सेमीनार हो रहा है ।मैं उसका हिस्सा बना। इसके लिए मैं आप सब को साधुवाद देता हूं । आप किसानों से आग्रह करता हूं की अधिक से अधिक एकीकृत बागवानी से जुड़कर फसलों का लाभकारी मूल्य प्राप्त करें। खुद भी खुशहाल हो और देश भी खुशहाल हो। कार्यक्रम को अनिल कुमार सहायक निदेशक ,बागवानी केंद्र के प्रभारी सह वरिय वैज्ञानिक डॉक्टर रामपाल, बिरौली कॉलेज समस्तीपुर के उद्यान विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉक्टर धीरू कुमार तिवारी,  डॉक्टर विपिन कुमार, डॉक्टर एन  एस पाटील ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में किसानों ने भी अपनी समस्याओं से वैज्ञानिकों को अवगत कराया। 

कार्यक्रम का शुभारंभ एसडीएम मंझौल प्रमोद कुमार, मुख्य अतिथि डॉक्टर रामनिवास सिंह सहित उपस्थित तमाम अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। आगत अतिथियों का स्वागत आयोजक सहायक निदेशक उद्यान अनिल कुमार द्वारा अतिथियों को पौधा भेज कर किया गया। मौके सभी प्रखंड के उद्यान पदाधिकारी एवं  दर्जनों किसान मौजूद थे ।

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