समस्तीपुर: पदयात्रा में आमजन द्वारा सुझाए गये मुद्दे पर सदन से सड़क तक संघर्ष करेगी माले – धीरेंद्र झा
न्यायपूर्ण बिहार बनाने के संकल्प के साथ ही 225 किलोमीटर की ऐतिहासिक पदयात्रा संपन्न
27 अक्टूबर को पटना मिलर हाई स्कूल न्याय सम्मेलन में भाग लेकर सफल बनाएं – धीरेंद्र झा
खूनचुसवा स्मार्ट मीटर को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी माले – बैधनाथ यादव
डीएनबी भारत डेस्क
16 अक्टूबर को बेनीपट्टी-मधुबनी से चलकर दरंभगा एवं समस्तीपुर के विभिन्न प्रखंडों का भ्रमण करते हुए भाकपा माले मिथिलांचल को बदलो बिहार न्याय पदयात्रा लोकप्रिय कम्युनिस्ट नेता कॉमरेड रामदेव वर्मा के जन्म एवं कर्मस्थली पतैलिया-विभूतिपुर पहुंचकर बुधवार की रात्री 225 किलोमीटर की ऐतिहासिक दूरी तय कर वर्मा की मूर्ति पर हज़ारों लोगों ने माल्यार्पण कर उनके क्रांतिकारी परम्परा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। मौके पर रात्री में एक विराट किसान संवाद का आयोजन किया गया। अध्यक्षता कॉमरेड वर्मा की पत्नी सह माले केंद्रीय कमिटी सदस्य मंजू प्रकाश ने किया।
संचालन किसान महासभा के जिला सचिव ललन कुमार एवं माले विभूतिपुर प्रखंड सचिव अजय कुमार ने किया। राज्य कमिटी सदस्य शनिचरी देवी, नेयाज अहमद, बंदना सिंह, अभिषेक कुमार, बैधनाथ यादव आदि मंचासीने रहे। धन्यवाद ज्ञापन माले जिला सचिव उमेश कुमार ने किया।बतौर मुख्य वक्ता संवाद को संबोधित करते हुए भाकपा माले पोलिट ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि 27 अक्टूबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में भाकपा-माले के न्याय सम्मेलन को बड़ी भागीदारी से सफल बनाने को लेकर 16 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक मिथिलांचल के मधुबनी , दरंभगा एवं समस्तीपुर जिले के विभिन्न प्रखंडों का भ्रमण किया गया।
उन्होंने बड़ी भागीदारी से पटना न्याय सम्मेलन को सफल बनाने की अपील उपस्थित हजारों लोगों से करते हुए कहा कि न्याय के साथ विकास का नारा देकर नीतीश सरकार सत्ता में आई थी, सरकार का सर्वे ने इस वादा का पोल खोलकर रख दिया है। बिहार में 34 प्रतिशत ऐसे परिवार हैं जिनकी आमदनी 6 हजार से कम है और 10 हजार से कम आमदनी वाले परिवारों की संख्या 63 प्रतिशत है। सवाल उठता है कि विकास की जो भी राशि आ रही थी, उसका क्या हुआ, वह कहां चला गया। सुशासन के नाम पर अंचल, प्रखंड, थाना में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। गरीबों को न्याय यात्रा, उन्हें उनका हक चाहिए। बिहार के दलित- गरीबों को जगाने के लिए यह न्याय यात्रा निकाला गया है। बिहार को न्यायपूर्ण बिहार बनाने का संकल्प हमें लेना है।
बिहार को बदलें बग़ैर न्यायपूर्ण बिहार नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि संपूर्ण भारत में सबसे महंगी बिजली बिहार की है। अन्य राज्यों की भांति बिहार में 2 सौ यूनिट बिजली फ्री मिलना चाहिए। सरकार का अडानी-अंबानी से नापाक रिश्ता है और उन्हें फायदे पहुंचाने के लिए स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। यह गरीबों के घर को अंधेरा करने की साज़िश है। प्रतिदिन स्मार्ट मीटर की कारनामें की खबर आ रही है। राज्य की जनता स्मार्ट मीटर के खिलाफ है। स्मार्ट मीटर को तोड़ा-फोड़ा-उखाड़ कर फेंका जा रहा है।भाकपा माले स्मार्ट मीटर के खिलाफ लड़ाई में जानता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगी। भाकपा माले स्मार्ट मीटर को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने दलित- गरीबों को जमीन-आवास मिलने, सभी जमीनी कागजात उपलब्ध कराये जाने तक जमीन सर्वे कार्य पर रोक लगाने की मांग की।
उन्होंने कहा की सर्वे को लेकर जनता में आपाधापी का माहौल है। कागजात निकालने में जबरदस्त भ्रष्टाचार की शिकायतें आ रही हैं। सम्मेलन को दर्जनों राज्य एवं मधुबनी, दरंभगा एवं समस्तीपुर जिला कमिटी के सदस्यों ने संबोधित किया।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट