सुभाषिनी को याद करते हुए आज की सियासत पर हम लोगों को विचार करने की जरूरत है-अमरजीत कौर
डीएनबी भारत डेस्क
सुभाषिनी को याद करते हुए आज की सियासत पर हम लोगों को विचार करने की जरूरत है। आज देश की हालत गंभीर है। सुभाषिनी शर्मा प्रखर कम्युनिस्ट नेत्री थी। उन्होंने जिस विचारधारा को लेकर आगे बढ़ा उस विचारधारा के साथ महिलाओं को एक होकर मजबूत करने की जरूरत है। उक्त बातें सोमवार को बरौनी अंचल कार्यालय परिसर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए एटक की राष्ट्रीय महासचिव अमरजीत कौर ने कही।
उन्होंने कहा सुभाषिणी शर्मा के पिताजी स्वतंत्रता सेनानी थे। आज स्वतंत्रता आंदोलन के सभी चेहरे को नेस्तनाबूद कर रही केंद्र सरकार। इसके खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा मणिपुर के अंदर जो महिला बच्चियों के साथ घटना घटी, नरेंद्र मोदी ने उस पर एक शब्द तक नहीं बोला। मणिपुर भी नहीं गये, उस संबंध में बातचीत तक नहीं किये, इससे सरकार की महिला विरोधी चेहरा साफ हो गया। 2014 से लगातार महिला आरक्षण की बात कर रहे हैं और अंत में सियासी चाल और वोट पाने के लिए वह महिला आरक्षण का बिल लेकर आये हैं जो अभी फिलहाल लागू होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा नारा दिया बीजेपी हराओ देश बचाओ। आज किसी की भी ऐसी हिम्मत नहीं जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आंखों में आंखें डालकर प्रश्न करने की हिम्मत करे और ऐसी हिमाकत जो भी करेगा उसके पीछे ईडी, सीबीआई, एनआइए जैसी संस्थाएं लगा दी जायेगी।आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतें, युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की कमी और कम वेतन का आम आदमी पर भारी असर पड़ रहा है फिर भी मोदी सरकार अडिग बनी हुई है। उन्होंने कहा परिवर्तन की धारा लाने के लिए जमीनी स्तर पर संघर्ष के लिए हमें तैयार होना होगा।
वही पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि महिलाओं को अपनी रक्षा, हक और अधिकार के लिए लाल झंडे को थाम कर लड़ाई के मैदान में आना पड़ेगा। वर्तमान सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह चौपट कर दिया। देश की शिक्षा व्यवस्था को बचाने की जरूरत है। इस चुनाव में जनता सरकार से अपनी बदहाली का हिसाब अपने मत से लेगी। उन्होंने कहा आज सिर उठाकर चलना आज जोखिम भरा काम है लेकिन इस जोखिम का बिना डर और दहशत का केवल महिला समाज ही नहीं पूरे समाज के सम्मान को बचाने के लिए मशाल लेकर चलने वाली साहसी सुभाषिणी की याद आती है। आज यदि वह जिंदा रहती तो देश की राजधानी दिल्ली में निर्भया कांड से लेकर मणिपुर तक सरकार की बेशर्मी को बेनकाब करती। आज एक नये इंकलाब की जरूरत है। जनसभा की अध्यक्षता पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी ने किया। इस दौरान आगत अतिथियों द्वारा स्मारिका का विमोचन किया गया।
तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए कहा आज की परिस्थिति में सुभाषिणी जैसे व्यक्तित्व की जरूरत है। उनके संघर्षों की जितनी बात की जाय कम होगा। महिलाओं के हक-हकूक की लड़ाई में में हमेशा मुखरता के साथ आवाज उठाती थी। वो सदा हम सबों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी। जनसभा के पूर्व शहीद स्मारक स्थल पर एटक नेत्री कामरेड सुभाषिनी शर्मा की 79 वीं जयंती अवसर उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण व माल्यार्पण एटक राष्ट्रीय महासचिव अमरजीत कौर, पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह,पूर्व विधायक सह सीपीआई जिला मंत्री अवधेश कुमार राय, तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, पूर्व विधान परिषद उषा सहनी, एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा, एआईवाईएफ जिला संयोजक अभिनव कुमार अकेला, जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार सहित अन्य के द्वारा किया गया। जनसभा को पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय, तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह, विधायक सूर्यकांत पासवान, सीपीआई राज्य सचिव मंडल सदस्य जितेंद्र कुमार, एटक राज्य अध्यक्ष अजय कुमार, महिला नेत्री ललिता, शिक्षक नेता प्रताप नारायण सिंह सहित अन्य ने संबोधित किया।
इस अवसर पर दिनकर सेवा दल के द्वारा राष्ट्रीय एटक नेत्री को राष्ट्रकवि दिनकर का चित्र देकर सम्मान किया गया। मौका पर आशुतोष कुमार मुन्ना, राजेंद्र चौधरी, प्रहलाद सिंह, शगुफ्ता ताजवर, एआईएसएफ नेता सत्यम भारद्वाज, नूर आलम खान, अनिल कुमार अंजान, राजेन्द्र चौधरी, संजीव कुमार सिंह, ललन लालित्य, बरौनी अंचल मंत्री अरविंद सिंह, जयप्रकाश सिंह, अशोक कुमार, रमेश शर्मा, अमरनाथ सिंह, रामउद्गार सिंह, रामाधार सिंह, सहित बड़ी संख्या में भाकपा कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे। वहीं इस अवसर पर बीहट इप्टा के लक्ष्मी, विरेन्द्र कुमार सहित अन्य कलाकारों द्वारा जनवादी गीत प्रस्तुत किया गया।
बेगूसराय से धर्मवीर कुमार