एसआईटी टीम के द्वारा कांड के उद्भेदन को लेकर जिला अंतर्गत करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और 600 मोबाइल नंबर को खंगालने के बाद राज्य के 5 जिलों में की गई छापेमारी के बाद पुलिस को यह सफलता मिली है।
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी, उजियारपुर और पूसा थाना क्षेत्र के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में बीते मार्च महीने में हुए लूट मामला सहित विभिन्न जिलों में हुए 10 लूट कांडों का समस्तीपुर एसपी के द्वारा खुलासा कर दिया गया। पुलिस ने बैंक लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
उनके पास से पुलिस ने लूट की गई रकम के 20 लाख 23 हजार रुपए एवं दो पिस्टल, एक देसी कट्टा, 30 गोली, दो मैगजीन, कांड में प्रयुक्त दो लूटी गई व घटना से पूर्व रेकी में प्रयुक्त एक बाइक बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहर निवासी मोहम्मद जावेद उर्फ नियाज, कल्याणपुर थाना क्षेत्र के वासुदेवपुर निवासी सुधांशु कुमार उर्फ विक्की उर्फ राकेश, खानपुर थाना क्षेत्र के कानूबिशनपुर निवासी रामबाबू ऊर्फ सुजीत एवं चैनपुर थाना क्षेत्र के दरगाह मोहल्ला निवासी मोहम्मद दानिश उर्फ वाहिद के रूप में हुई है।
हरपुर ऐलौथ में आयोजित प्रेस वार्ता कर समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि बीते मार्च महीने में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के तीन शाखाओं में हुई लूट की घटना के उद्भेदन व इसमें संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चार एसआईटी टीम का गठन किया गया था। चारों एसआईटी टीम के द्वारा कांड के उद्भेदन को लेकर जिला अंतर्गत करीब 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और 600 मोबाइल नंबर को खंगालने के बाद राज्य के 5 जिलों में की गई छापेमारी के बाद पुलिस को यह सफलता मिली है।
एसपी ने बताया कि इस लूट कांड के उद्भेदन में जिले के सकारात्मक सोच वाले कुछ युवाओं के द्वारा दी गई थी, उन्होंने बताया कि गिरफ्तार चारों अपराधी पहले छोटी-मोटी लूट की घटना को अंजाम दिया करते थे जिसमें उन्हें बड़ी रकम हाथ नहीं लग पा रही थी। इसी दौरान उन लोगों की पहचान जिले के कुख्यात अपराधी अहमद रजा ऊर्फ पल्सर, दौलतपुर के इकरामुल, बंगरा के बबलू, पूसा के लकी, धरमपुर के सद्दाम और कस्बे आहार के अरमान से हुई।
जिसके बाद कस्बे आहर के नियाज और अरमान ने एक गैंग बनाया और इन लोगों के द्वारा इकरामुल के घर पर बैंक लूट की योजना बनाई गई।इसके बाद इन लोगों ने घटना को अंजाम देने के लिए बबलू और सद्दाम से हथियार की खरीद की और उन लोगों को लकी ने फर्जी सिम उपलब्ध करवाया। उन लोगों ने बैंक लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पूर्व में लूट की गई बाइक का इस्तेमाल किया था। यह सभी लोग आलीशान घर और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए बैंक लूट की घटना को अंजाम दे रहे थे। इन सभी अपराधियों ने सबके हिस्से में लूट के एक-एक करोड रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया था।
लेकिन एसपी के निर्देश पर गठित की गई चार एसआईटी टीमों ने समस्तीपुर, वैशाली, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय एवं पटना के अपराधियों के करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी कर उनके मंसूबों के ऊपर पानी फेर दिया गिरफ्तार अपराधियों के ऊपर वैशाली मुजफ्फरपुर समस्तीपुर जिले के विभिन्न थानों में पूर्व से कई मामले दर्ज हैं।
समस्तीपुर संवाददाता अनिल चौधरी की रिपोर्ट