अर्श पर स्वास्थ्य विभाग के खोखले दावे एवं फर्श पर इलाजरत महिलाएं, बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलती व्यवस्था पर उठते सवाल
खगड़िया जिला के परबत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित बंध्याकरण शिविर की बदहाल व्यवस्था, जनता कर रही है सवाल क्या यही हो रहा है बिहार का विकास।
खगड़िया जिला के परबत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देशित बंध्याकरण शिविर की बदहाल व्यवस्था, जनता कर रही है सवाल क्या यही हो रहा है बिहार का विकास।
डीएनबी भारत डेस्क
अर्श पर सरकारी दावे व फर्श पर महिलाएं खगड़िया जिला के सीएचसी परबत्ता का एक तस्वीर स्वास्थ्य विभाग की तमाम व्यवस्थाओं के दावों की पूरी तरह पोल खो रही है। जिसमें साफ तौर पर देखा गया कि किस प्रकार खगड़िया जिला में बंध्याकरण के नाम पर अव्यवस्थाओं के बीच शिविर चलाया जा रहा है। भले ही सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग बंध्याकरण को लेकर विभिन्न तरह की योजनाएं चला रही हो, लेकिन ऑपरेशन के लिए पहुंचने वाली महिलाओं के साथ कर्मियों का अमानवीय रवैया पूरी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। जो जांच के साथ कार्यवाई और खामियों को दूर करने का विषय है।
मामला खगड़िया जिले के परबत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को लगाए गए विशेष बंध्याकरण शिविर में ऑपरेशन के लिए आईं दर्जन भर से अधिक महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन ऑपरेशन थिएटर के बाहर फर्श पर ही लगा दिया गया। जिसके बाद एक दर्जन से अधिक महिलाएं बेहोशी की हालत में फर्श पर पड़ी सिस्टम द्वारा होश में लाने का जैसे इंतजार करतीं रहीं।
वहीं इस बाबत जब मौजूद कर्मियों से पूछा गया तो जगह की कमी का हवाला दिया जाता रहा और आरोप लगाया गया कि अस्पताल प्रबंधन से बेड का आग्रह किया गया। लेकिन उन्होंने बेड उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया। बहरहाल ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हुई है, भले ही यह एक जांच का विषय हो सकता है। लेकिन यह तस्वीरें स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर चल रहे सरकारी गोरखधंधे का स्याह सच है, जो व्यवस्थाओं का पोल खोल रहा है। साथ ही लोगों का यह भी कहना है कि क्या यही हो रहा बिहार का विकास है।
समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एफआरएचएसआई नामक एक कंपनी को ऑपरेशन का जिम्मा सौंपा गया है। कंपनी के कर्मी कौशल कुमार इस हालात के लिए अस्पताल प्रबंधन पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। ऑपरेशन से पूर्व सभी महिलाओं को बेहोशी का सुई लगाया गया और संख्या अधिक होने की वजह से सभी को फर्श पर ही लेटा दिया गया।
खगड़िया संवाददाता राजीव कुमार