बेगूसराय सदर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही:-स्ट्रेचर नहीं मिलने पर परिजन गोद में ही मरीज को उठाकर लाने को मजबूर

डीएनबी भारत डेस्क

बिहार के नामचीन सरकारी अस्पताल में से एक बेगूसराय सदर अस्पताल में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही देखने को मिली है जहां मरीज के परिजनों को स्ट्रेचर एवं अन्य व्यवस्था नहीं मिलने की वजह से मरीज के परिजन गोद में ही मरीज को उठाकर लाने को मजबूर हो गए। आलम यह रहा कि मरीज की स्थिति बिगड़ती रही। परिजनों का आरोप है कि समय से स्वास्थ्य कर्मी भी वहां मौजूद नहीं थे और ढंग से इलाज भी नहीं हो पाया।

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परिजनों का आरोप है कि समय से स्वास्थ्य कर्मी भी वहां मौजूद नहीं थे और ढंग से इलाज भी नहीं हो पाया। दरअसल पूरा मामला घर गढ़पूरा थाना क्षेत्र के गढ़पुरा गांव की है । जहां नरेश महतो एवं राजेश कुमार के बीच जमीनी विवाद चल रहा था। नरेश महतो का आरोप है कि राजेश कुमार के द्वारा जबरण घर बनाने की कोशिश की जा रही थी। इसी पर पीड़िता रेणु देवी ने इसका विरोध किया और कहा कि अमीन एवं पंच को बुलाकर पहले फैसला करवा कर घर बनाए ।

इसी से आक्रोशित होकर राजेश कुमार ने लोहे के सरिया से रेणु देवी की जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह गम गंभीर रूप से घायल हो गई। तब परिजनों के द्वारा प्राथमिक उपचार गढ़पुरा में करने के बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया लेकिन इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही साफ देखने को मिली। ऐसे में कहा जा सकता है कि बेगूसराय सदर अस्पताल के दावे और जमीनी हकीकत में जमीन आसमान का अंतर है।

डीएनबी भारत डेस्क

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