बछवाड़ा प्रखंड के बेगम सराय अनुसूचित विद्यालय को राज्य में दुसरे स्थान के लिए 21 अगस्त को बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से किया जायगा सम्मानित

संसाधनों का अत्यधिक अभाव है लेकिन अभाव में भी अपना प्रभाव बनाते हुए विद्यालय ने पूरे राज्य में स्वच्छता हेतु द्वितीय स्थान लाकर यह सिद्ध कर दिया है की असंभव कुछ भी नहीं

डीएनबी भारत डेस्क

स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के तहत पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत स्वच्छता के प्रति बेहतर कार्य करने वाले विद्यालय को सम्मानित कर सरकार स्वच्छता को बढ़ावा दे रही है। इसी के तहत बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के रानी दो पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बेगम सराय अनुसूचित बिहार राज्य स्तर पर दूसरे स्थान हेतु स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार हेतु चयनित किया गया ।

जिससे ना सिर्फ विद्यालय के शिक्षकों व छात्र-छात्राओं में खुशी है। बल्कि स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों में खुशी तथा सम्मान महसूस कर रहे है। यह विद्यालय रानी दो पंचायत के वार्ड नंबर 3 में अवस्थित है। यह विद्यालय एक महादलित टोले में है। यहां संसाधनों का अत्यधिक अभाव है लेकिन अभाव में भी अपना प्रभाव बनाते हुए विद्यालय ने पूरे राज्य में स्वच्छता हेतु द्वितीय स्थान लाकर यह सिद्ध कर दिया है की असंभव कुछ भी नहीं विभाग के द्वारा आज तक इस विद्यालय को अपेक्षित रखा गया है।

आज तक इस विद्यालय को ना तो शौचालय दिया गया ना ही भवन यहां तक की बाउंड्री वॉल भी नहीं दिया गया । इस विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती संध्या कुमारी के अथक प्रयासों का नतीजा है कि उन्होंने अपने जेब से पैसे खर्च कर इस विद्यालय में समुचित संसाधनों की व्यवस्था किया है। बच्चों के हित में उन्होंने अपनी तरफ से अत्यधिक योगदान दिया है। ताकि बच्चे एक स्वच्छ वातावरण में पढ़ाई कर सके।

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स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए बेगूसराय जिले के विभिन्न प्रखण्डों के सरकारी स्कूलों में से कुल सात स्कूलों का चयन हुआ है। जिसमे बेगम सराय अनुसूचित विद्यालय को जिला के द्वारा 100 अंक में 96 अंक लाया। जिसका भौतिक सत्यापन करने आये राज्य स्तरीय टीम ने प्राथमिक विद्यालय बेगमसराय अनुसूचित की विधि व्यवस्था एवं सफाई तथा बच्चों से मिलकर काफी खुश हुए और अपनी खुशी से विद्यालय के स्वछता दान पेटी में एक हजार रुपए दान दिया।

प्राथमिक विद्यालय बेगम सराय अनुसूचित को स्वच्छता हेतु फाइव स्टार रेटिंग राज्य से आए जांचकर्ता के द्वारा दिया गया। जिसके कारण या विद्यालय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है।

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार हेतु सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाध्यापक स्वा मूल्यांकन करते हुए इसे स्वच्छ विद्यालय बिहार सरकार के पोर्टल पर अपलोड करते हैं। जिसमें साथ मनको पर प्रश्न पूछे जाते हैं और उनके उत्तर प्रधानाध्यापक के द्वारा दिया जाता  और उसका फोटोग्राफ भी दिया जाता है। उसके बाद जिला की टीम के द्वारा जितने भी 4 स्टार एवं फाइव स्टार रेटिंग वाले स्कूलों का निरीक्षण किया जाता है।

भौतिक निरीक्षण के बाद राज्य को प्रतिवेदन भेजा जाता है। उसके बाद राज्य के द्वारा एक टीम गठित की जाती है और वह टीम पुनः सभी फाइव स्टार स्कूलों का गहन निरीक्षण करती है। उसके बाद वह टीम सुनिश्चित करती है की यह विद्यालय अपने स्वच्छता के मानकों पर पूर्णता सही है अथवा नहीं उसके बाद विद्यालय को रेटिंग दिया जाता है।

बेगूसराय बछवाड़ा संवादाता सुजीत कुमार की रिपोर्ट 

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