चकिया पुलिस ने तीनों बच्चों से पूछताछ कर परिजनों को सौंपा, स्वजनों के चेहरे पर खुशी की लहर।
डीएनबी भारत डेस्क
बचपन हर गम से बेगाना होता है..क्या कोई सोच सकता है की 12 वर्ष की उम्र में बच्चा घर से भागकर कमाने के लिए बाहर जाने की सोच सकता है। पर यह सच है .. बताते चलें कि 15 सितंबर की देर शाम सिमरिया 01 पंचायत के वार्ड 09 के 03 बच्चे अचानक घर से गायब हो गए। एक ही पंचायत के तीनों बच्चों का एक साथ गायब होना सबों को चकित कर रहा था।लेकिन वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए गायब तीनों बच्चों के परिजन उनकी खोजबीन में परेशान थे और दर दर भटकने को मजबूर थे।
इसी क्रम में अचानक 17 सितंबर की सुबह पीड़ित अभिभावक को सूचना मिली की उनका बच्चा हाथिदह स्टेशन पर है। जिसके बाद बच्चों को चकिया थाना लाया गया। जहां पुलिस ने तीनों बच्चों को पूछताछ उपरांत स्वजनों को सौंप दिया। अभिभावक से ज्यादा बच्चों के चेहरे पर परिजन से मिलने की खुशी देखी जा रही थी। बताते चलें कि तीन बच्चों में दो की उम्र 12 वर्ष एवं एक की 13 वर्ष है। वहीं परिजनों व ग्रामीणों ने बताया कि गायब बच्चों की बरामदगी में सोसल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
2 दिन पटना स्टेशन पर बिताने के बाद पहुंचे हथिदह स्टेशन
वहीं बच्चों ने पूछताछ के दौरान बताया कि कमाने के लिए तीनों आपस में बात कर घर से भागे थे। इस क्रम में ट्रेन के माध्यम से तीनों बच्चे पटना पहुंच गये और 2 दिन तीनों बच्चों ने पटना स्टेशन पर बिताया। पैसा खत्म हो गया भूख परेशान लगने लगा। तब तीनों बच्चों को घर की याद आने लगी। और किसी तरह ट्रेन के माध्यम से वे तीनों हथिदह स्टेशन पहुंचे।
डीएनबी भारत पर एवं अन्य सोसल मीडिया प्लेटफार्म पर चली खबर और उसमें दिए अभिभावक के नंबर पर किसी व्यक्ति ने फोन कर सूचना दी की आपके तीनों बच्चे हथिदह स्टेशन पर हैं। फिर क्या तीनों अभिभावक हथिदह स्टेशन पहुंचकर बच्चों के साथ चकिया थाना पहुंचे। जहां पुलिस ने गहन पूछताछ के बाद बच्चों को परिजन को सौंप दिया।
क्या था पूरा मामला
बेगूसराय जिला के चकिया थानाक्षेत्र अंतर्गत सिमरिया 01 पंचायत वार्ड 09 निवासी रजनीश कुमार, आदर्श कुमार एवं अनमोल कुमार निवासी तीनों बच्चे 15 सितंबर की देर शाम से अचानक लापता हो गए। जिसके बाद 17 सितंबर की सुबह तीनों बच्चों को सकुशल हथिदह जंक्शन से बरामद किया गया।