दुष्टों के संहार और अहिल्या के उद्धार का प्रसंग रोचक अंदाज में सून भावविभोर हुए श्रद्धालु श्रोता

वृंदावन के आए कलाकारों ने कृष्ण के रास को दिखाया। कृष्ण की लीलाओं एवं पुतना वध के दृश्य को देखकर पंडाल में बैठे श्रद्धालु जय कन्हैया लाल की का जयकारा लगाते रहे।

वृंदावन के आए कलाकारों ने कृष्ण के रास को दिखाया। कृष्ण की लीलाओं एवं पुतना वध के दृश्य को देखकर पंडाल में बैठे श्रद्धालु जय कन्हैया लाल की का जयकारा लगाते रहे।

डीएनबी भारत डेस्क 

सिमरिया में आयोजित नौ दिवसीय सहस्र चंडी महायज्ञ में शनिवार को सांस्कृतिक मंच से कथावाचक आचार्य गुप्तेश्वर पांडेय ने भगवान राम व माता जानकी के प्रथम मिलन के प्रसंग को विस्तार से बताया। उन्होंने इस प्रसंग की चर्चा करते हुए राम और सीता के अद्भुत सौंदर्य की व्याख्या की। राम सीता का प्रथम मिलन फुलवारी में होता है। राम अपने गुरू विश्वामित्र के साथ जनकपुरधाम के सुन्दर निवास में ठहरे हैं।

गुरू की पूजा के लिए फूल लाने राम लखन फुलवाड़ी जाते हैं जहां माली से ढेर सारे प्रश्नों का आमना-सामना करना पड़ता है। इसी दौरान भगवान राम और जनक नंदनी आमने-सामने होते हैं। तुलसीकृत रामचरित मानस में इसके अद्भुत वर्णन को कथावाचक ने बहुत ही सरस अंदाज में भजन के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं। वहीं शुक्रवार को बक्सर में यज्ञ को संपन्न कराने के लिए ऋषि विश्वामित्र द्वारा अयोध्या नगरी पहुंचकर राजा दशरथ से राम और लक्ष्मण को मांग कर लाते हैं और दुष्टों के संहार और अहिल्या के उद्धार का प्रसंग रोचक अंदाज में कथावाचक ने सुनाया।

जिससे श्रद्धालु आनंद के सागर में गोते लगाते रहे। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में वृंदावन के आए कलाकारों ने कृष्ण के रास को दिखाया। कृष्ण की लीलाओं एवं पुतना वध के दृश्य को देखकर पंडाल में बैठे श्रद्धालु जय कन्हैया लाल की का जयकारा लगाते रहे। यज्ञ का पूजन व हवन आचार्य डॉ विश्वंभर पाठक के नेतृत्व में 65 ब्राह्मणों द्वारा किया जा रहा है। पंडितों में अयोध्या धाम, काशी एवं मिथिला धाम से ब्राह्मण पहुंचक वैदिक विधि विधान से यज्ञ में पूजन व हवन करा रहे हैं।

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भंडारा के संयोजक रामनाथ सिंह व लक्ष्मणदेव कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए दोनों वक्त भंडारा का उत्तम प्रबंध किया गया है। महाप्रसाद पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए सैकड़ों के संख्या में वोलेंटियर मौजूद हैं। सुरक्षा व्यवस्था संयोजक ने बताया कि यज्ञ को शांतिपूर्वक संपन्न कराने को ले 150 से अधिक वोलेंटियर्स एवं जिला प्रशासन से भेजे गए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात हैं।

श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए मीना बाजार, मौत का कुआं व कई प्रकार के झूले का इंतजाम किया गया है। यज्ञ स्थल पर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है वहीं दूसरी ओर दिनकर पुस्तकालय का स्टॉल लगाया गया है जिसमें दिनकर जी की रचनाएं बिक्री के लिए उपलब्ध है।

मौके पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष शंभु प्रसाद सिंह, जिला परिषद सदस्य राजीव कुमार सिंह, पूर्व मुखिया कृष्ण कुमार शर्मा, जयकांत राय, राजेश कुमार सिंह, अमरदीप सुमन, प्रदीप कुमार, बद्री प्रसाद सिंह, विश्वंभर प्रसाद सिंह, कृष्णनंदन कुमार, मुखिया प्रतिनिधि गोपाल कुमार, सरपंच प्रतिनिधि विपिन कुमार सिंह, मनीष कुमार, डॉ दीपक कुमार, संजीत कुमार, अनिल कुमार शर्मा, सिमरिया दो के पैक्स अध्यक्ष रामानुज राय, सोहन कुमार, कन्हैया कुमार फुटुश, सोहन कुमार, केशव कुमार समेत यज्ञ संचालन समिति के कई गणमान्य सदस्य व ग्रामीण मौजूद थे।

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