बछवाड़ा प्रखंड के राम जानकी ठाकुरवाड़ी रानी गांव में झुला महोत्सव के अंतिम दिन भजन संध्या कार्यक्रम में भजनों और झांखी की प्रस्तुति देख रात भर झूमते रहे श्रद्धालु
सावन के पवित्र माह में भगवान की प्रतिमा को झुलाए जाने की परंपरा पुर्व से चली आ रही है–राधवेन्द्र दास जी महराज
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के रानी तीन पंचायत के राम जानकी ठाकुरवाड़ी रानी गांव के प्रांगन में बुधवार को पांच दिवसीय झूलनोत्सव कार्यक्रम के पांचवें व अंतिम दिन बंगाल से पहुचें कलाकरों की टीम ने एक से बढ़कर एक भजन,भाव नृत्य व झांकी प्रस्तुत कर रात भर लोगो को झुमने पर मजबूर कर किया।
झूलनोत्सव कार्यक्रम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। झूलनोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत राम जानकी ठाकुरवाड़ी के मंहत श्री श्री 108 श्री राधवेन्द्र दास जी महराज के आरती से शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि सावन के पवित्र माह में भगवान की प्रतिमा को झुलाए जाने की परंपरा पुर्व से चली आ रही है।
इस अवसर पर भगवान के सामने छप्पन प्रकार के भोग लगाएं जाते हैं,और फिर उसे प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं के बीच वितरण किया जाता है। उन्होंने बताया कि पौराणिक मान्यताओ के अनुसार भगवान ने जब बाल रुप में प्रकट हुए और जब वो चार महीने के हो गये तब उनकी माताओं ने उन्हें कजरी गीत के साथ झुले पर झूलाया था। तभी से झूलनोत्सव की परंपरा चली आ रही है, और सावन के पवित्र महीने में मनाया जाता है। इस अवसर पर भगवान को विभिन्न प्रकार के सुन्दर वस्त्र पहनाकर पालने में झूलाया जाता है।
झूलनोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत बंगाल से पधारे भजन गायक राधे श्याम रसिया ने गणेश वंदना से की उसके बाद एक से बढ़कर एक भजन ‘तू करुना मयी और ममता मयी है सही है सही सही है,सावली सूरत पर मोहन दिल दीवाना हो गया,बना के क्यों बिगारा से मुरली वाले,काली कमली वाला तेरा यार है,मेरे मन का मोहन दिलदार है,आवे के पारी तोरा आवे के पारी,मोर भंगिया के मनाय दे हो बोले नाथ, मोर भंगिया के मनाय दे आदि भजन सुनकर लोग मन्त्र मुग्ध हो गए और लोगो ने तालियां बजाकर भजन गायक को हौसला अफजाही किया।
उसके बाद बंगाल की भजन गायिका बंटी बनर्जी के भजन श्याम तेरी बंशी पुकारे राधा नाम,लोग करे मीरा को यूंही बदनाम,एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा,एक प्रेम दीवानी एक दरश दीवानी,मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा,शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा आदि भजन पर श्रधालुओ ने झूमते हुए खूब तालियाँ बजाई।
कार्यक्रम में आये हुए कलाकारों के द्वारा एक से बढ़कर एक भाव नृत्य व राधे कृष्ण की झांखी प्रस्तुत की गयी जिसे देख श्रधालुओ ने खूब सराहा। वही कलाकारों के द्वारा भाव नृत्य ‘ये राधा तेरे बिना तेरा श्याम है आधा,मुझे भांग का रोग लगा दिया,ओ राम जी बड़ा दुःख दिना तेरे लखन ने,मैया यशोदा तेरा कन्हैया आदि भाव नृत्य की प्रस्तुति देख लोग भाव विभोर कर दिया। जिसे देख आये हुए श्रद्धालुओ ने तालियां बजाकर खूब सराहा।
कार्यक्रम के दौरान झुला महोत्सव के संयोजक राजेश कुमार राय उर्फ दारा सिंह,पूर्व मुखिया राम पुकार राय,सरपंच सरोज राय,सुधाकर राय, अरुण कुमार मित्र, मुकेश कुमार राय उर्फ छोटे,अशोक राय,डॉ रामकृष्ण,मृत्युंजय कुमार राय,मनटुन राय,संजीव राय,राजीव चौधरी,बिरजू साह,विजय पाठक,बिहारी यादव,सुरेन्द्र यादव,वीरेन्द्र कुमार, आदि सैकड़ों ग्रामीण महिला व पुरुष मौजूद थे ।
बेगूसराय,बछवाड़ा संवादाता सुजीत कुमार की रिपोर्ट