रिफाइनरी के अंदर कार्यरत अपने कर्मचारियों को आईएफआर सूट,हेलमेट, सुरक्षा जूते आदि जैसे पीपीई प्रदान करके सुरक्षा मानदंडों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी।
डीएनबी भारत डेस्क
बरौनी रिफाइनरी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर विक्रेता विकास कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री आर के झा, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख, बरौनी रिफाइनरी ने श्री सत्य प्रकाश,कार्यपालक निदेशक (तकनीकी), डॉ. प्रशांत राउत, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), श्री एन राजेश महाप्रबंधक (सतर्कता), श्री सुशांत साहा महाप्रबंधक (सामग्री और संविदा) और अतिथि वक्ता श्री सम्राट मुरलीधर झा, सहायक निदेशक एमएसएमई-विकास और सुविधा कार्यालय, पटना और श्री इम्तियाज अंसारी,बिजनेस फैसिलिटेटर जीईएम की उपस्थिति में संयुक्तरूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख श्री आर के झा ने अपने संबोधित करते हुए कहा कि बरौनी रिफाइनरी के विकास में व्यापारिक सहयोगियों के योगदान की सराहना है।
उन्होंने व्यावसायिक सहयोगियों को रिफाइनरी के अंदर कार्यरत अपने कर्मचारियों को आईएफआर सूट,हेलमेट, सुरक्षा जूते आदि जैसे पीपीई प्रदान करके सुरक्षा मानदंडों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी । बरौनी रिफाइनरी 26 मई 2022 को 100% आईएफआर सूट को लागू करने वाली पहली रिफाइनरी बन गई। उन्होंने यह भी कहा कि बरौनी रिफाइनरी ने 9 एमएमटीपीए क्षमता से कम की रिफाइनरी श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हासिल किया । श्री सत्य प्रकाश, कार्यपालक निदेशक (तकनीकी) ने अपने संबोधन में कहा कि विक्रेताओं को पेट्रोलियम क्षेत्र के विकास में इंडियन ऑयल के प्रयास में हितधारकों की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया । उन्होंने भारत को विनिर्माण केंद्र बनाने में सरकार की “आत्मनिर्भर भारत” नीति के महत्व पर जोर दिया । उन्होंने विक्रेताओं से किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के लिए “नहीं” कहने का भी आग्रह किया, क्योंकि उन्होंने “सतर्कता प्रतिज्ञा” ली है कि “हम न तो रिश्वत लेंगे और न ही देंगे”।
श्री एन राजेश महाप्रबंधक (सतर्कता) ने अपने संबोधन में भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान का उल्लेख किया, जिनकी ईमानदारी और अखंडता के कारण हमारे देश की एकता बनी रही। हमें उनके सिद्धांतों का अक्षरश: पालन करना चाहिए, जो सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम में भी झलकता है- ” भ्रष्टाचार का विरोध करें ; राष्ट्र के प्रति समर्पित रहें” श्री सुशांत साहा महाप्रबंधक (सामग्री एवं अनुबंध) ने विक्रेताओं से हमारी निविदाओं में पूरे दिल से भाग लेने और ऐसे विक्रेता विकास कार्यक्रम के माध्यम से अपने संदेह दूर करने का आह्वान किया ।
एमएसएमई के सहायक निदेशक श्री सम्राट मुरलीधर झा ने एमएसएमई विक्रेताओं के लाभ के लिए भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। श्री इम्तियाज अंसारी, बिजनेस फैसिलिटेटर जीईएम ने निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने में जीईएम की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। सहायक लेखा अधिकारी सुश्री रेनू गुप्ता ने इंडियन ऑयल के भुगतान पोर्टल “विक्रेता चालान प्रबंधन” पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी । सभी प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर श्री अंबर अशरफ, मुख्य सामग्री प्रबंधक और अतिथि वक्ताओं द्वारा दिया गया । कार्यक्रम में 235 विक्रेताओं ने भाग लिया और सभी लोगो ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की।
डीएनबी भारत डेस्क