संत पॉल पब्लिक स्कूल तेघड़ा में 78 वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर समारोह पूर्वक किया गया झंडोतोलन

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्यालय के प्रेसिडेंट श्रीमती लक्ष्मी कुमारी, हरेराम राय एवं श्री संजय राय मौजूद थे 

विद्यालय के छात्र – छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में चार-चांद लगा दिया

डीएनबी भारत डेस्क

संत पॉल पब्लिक स्कूल तेघड़ा में 78 वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर विद्यालय के मानक सचिव श्री राम बली सिंह, प्रबंधक सुनील कुमार सिंह एवं प्राचार डॉ विनय ओझा के द्वारा संयुक्त रूप से झंडोतोलन के साथ ही कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। जिस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विद्यालय के प्रेसिडेंट श्रीमती लक्ष्मी कुमारी, हरेराम राय एवं श्री संजय राय थे I मंच का संचालन विद्यालय के छात्र केशव कुमार, छात्रा अंतरा कुमारी और मोना कुमारी ने किया ।

कार्यक्रम के प्रारंभ होते ही विद्यालय के छात्र – छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में चार-चांद लगा दिया। विद्यालय की छात्रा कृतिका कुमारी ने अपने इनकलाबी भाषण में कहा – क्या बाल मजदूरी का प्रचलन ही आजादी का सही मतलब है ? क्या देश में व्याप्त अत्याचार और भ्रश्टाचार ही आजादी का सही मायने हैं ? क्या दिन-दहारे बहू – बेटियों की अस्मिता का लूटा जाना ही जश्ने-आज़ादी का ऊद्देश्य है ?

क्या देश में रोजगार के लिए दर – दर भटक रहे नौजवानों का दयनीय स्थिति ही असली स्वाधिनता का अभिप्राय है ? नहीं, कभी नहीं। आजादी के सही मायने हमारे सामने तभी होंगे जब – तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है। मौके पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ विनय ओझा ने अपने संबोधन में फ्रीडम फाइटर को नमन करते हुए कहा कि आजादी का सही मतलब है देश के सभी नागरिकों को उचित शिक्षा और संस्कृति का अवसर प्राप्त हो। जिसके लिये वे प्रतिबद्ध हैं।

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उन्होंने कहा कि भारत अब उस रास्ते पर है जहां दुनिया भारत को देख रही है भारत के बढ़ते कदम, इसी की मुनादी कर रहे हैं I तत्पश्चात रामबली ने अपने संबोधन में सभ्यता, संस्कृति और संस्कार के साथ – साथ धर्माचारण पर बल देते कहा – आजादी का सही मायने समाज में तभी जाग्रित होगा, जब समाज के अमीर-गरीब को समान रूप से शिक्षा का अवसर मिले और उसका उतरोत्तर विकास हो। साथ ही अपने गायन के रूप में ” ज्योति से ज्योति जलाए चलो, ज्ञान की गंगा बहाए चलो ” की प्रस्तुति से कार्यक्रम में समां बांध दिये।

उसके बाद विद्यालय प्रबंधक सुनील कुमार सिंह ने अपने संबोधन में फ्रीडम फायटर्स को याद करते हुए ओलम्पिक 2024 के प्रतिभागी को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रकट किये, जिन्होंने अपने देश के लिये पदक लाकर देश की गरिमा को बढाने का काम किया। साथ ही वर्ष 2024 में दसवीं और बारहवीं में सफल सभी बच्चों को बधाई और शुभकानाएं तो दी ही साथ – साथ सबों के सफल और उज्जवल भविष्य की कामना की।

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता की बातें सार्वजनिक करते हुए खुद को दृढ़ संकल्पित बताया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 के स्वतंत्रता दिवस की थीम है – 2047 तक विकसित भारत I भारत की विकास यात्रा आजादी के बाद इन 78 साल में भारत ने कई बड़ी लकीरें खींची है I जमीन से लेकर आसमान तक कई कीर्तिमान स्थापित किए हैंI

चन्द्रयान, मंगलयान के बाद अब गगनयान की तरफ़ तेज़ी से भारत के मजबूत कदम बढ़ रहे हैं I कभी विज्ञान की रवायतों में, कभी इंसान की रूमानी ख्यालों में बसने वाला चांद दूर से जितना खूबसूरत लगता है, वो नजदीक से कैसा है? जिसे जानने की दिलचस्पी दुनिया को सदियों से रही है Iकार्यक्रम के समापन विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक राम कुमार मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ I

मौके पर मौजूद थे विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक सुरेन्द्र कुमार सिंह, रंजीत कुमार, रंजन कुमार, संजीव कुमार सिंह, भीम कुमार, अविनाश मिश्रा दीपक कुमार, प्रफुल्ल कुमार पी. के. पवन, कंचन कुमारी, प्रेम माधुरी, राम पुनीत राय, प्रीति प्रिया, रीना कुमारी, त्रिपुरारी सिंह, संजीत कुमार आदि सैकडों की संख्या में छात्र-छात्रा उपस्थित थे।

डीएनबी भारत डेस्क

 

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