बछवाड़ा में नहीं रुक रहा हैं आवारा कुत्ते का कहर, फिर एक महिला और दो पुरुष को नोच नोच कर किया घायल
लगातार बढ़ रहे कुत्ते के हमले से आम लोगो में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मामले ग्रामीणों ने कहा अगर प्रशासन के द्वारा जल्द कुत्ते से निजात नहीं दिलाये जाते है तो सैकड़ो ग्रामीणों के साथ प्रखंड कार्यालय में तालाबंदी कर आन्दोलन को बाध्य हो जायगें।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा थाना क्षेत्र के पांच पंचायत के बहियार के विभिन्न हिस्सों में आदमखोर आवारा कुत्तों के काटने का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को आवारा कुत्तों की झुंड ने एक महिला एवं दो पुरुष को नोच नोच कर बुरी तरह से घायल कर दिया।सभी घायल का ईलाज सामुदायिक सवास्थ्य केंद्र बछवाड़ा में कराया गया। वही डॉक्टर ने घायल महिला को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर ईलाज के लिए बेगुसराय सराय अस्पताल भेज दिया। ग्रामीणों ने बताया कि रुदौली पंचायत के वार्ड संख्या एक भरौल गांव निवासी जगदीश पासवान की 61 वर्षीय पत्नी गिरजा देवी अपने खेत में काम करने जा रही थी रास्ते में कुत्ते की झुंड ने हमला कर बुरी तरह से घायल हो गया। महिला द्वारा हल्ला करने पर आस पास के लोगो ने महिला को भारी मशकत के बाद कुत्ते की झुंड से अलग कर ईलाज के लिए भेजा। वही रुदौली पंचायत के वार्ड संख्या दो भरौल गांव निवासी स्व जिलों महतो के 68 वर्षीय पुत्र गणेश महतो भरौल बहियार में स्थित अपने खेत में पटवन कर रहा था। उसी दौरान कुत्ते के झुंड ने हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया। जिसका ईलाज सीएससी में कराया जा रहा है। वही अरवा पंचायत के वार्ड संख्या चार निवासी स्व राम सागर पासवान के 62 वर्षीय पुत्र सीताराम पासवान अरवा बहियार के तरफ शौच करने जा रहा था। अचानक आवारा कुत्ते की झुंड ने हमला कर घायल कर दिया। जिसे ईलाज के लिए सीएससी बछवाड़ा भेजा गया।
बताते चलें कि पिछले एक वर्ष से लगातार बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के पांच पंचायतों में आवारा कुत्तों का कहर जारी है। जिससे अभी तक करीब सात महिला की मौत डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। वही आवारा कुत्तों के आतंक से लोगों का जीवन दहशत में व्यतीत हो रहा है। अभी मुख्य रूप से खेती का समय है लेकिन बहियार में हो रही ऐसी घटनाओं से किसान एवं मजदुर भय के कारण खेत पर जाने से परहेज कर रहे हैं। वही बच्चे भी आवारा कुत्तों के डर से विद्यालय नहीं जा रहे हैं। साथ ही लोग अपनी आत्म सुरक्षा को लेकर तेज धारदार हथियार एवं लाठी-डंडे को लेकर चलने में विवश हैं। लेकिन फिर भी आवारा कुत्ते आमलोगों को लगातार अपना शिकार बना रहे हैं। जिसमें सबसे ज्यादा आवारा कुत्तों का शिकार महिलाएं हुई है। प्रखंड क्षेत्र के पांच पंचायतों में बढ़ती घटनाओं को लेकर जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन का उदासीन रवैया सामने आ रहा है। प्रशासन की ओर से बढ़ती घटनाओं पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया है। साथी ही प्रशासन ने आवारा कुत्तों से निजात को लेकर जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। वही जनप्रतिनिधियो ने भी आवारा कुत्तों से निजात को लेकर अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जिला प्रशासन की ओर से हम लोगों को किस प्रकार की कोई भी व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई गई है। जिससे हम आवारा कुत्तों से निजात पा सके। वही स्थानीय लोगों ने बढ़ती घटनाओं का कारण महुआ दारू बनाकर फेके जाने वाले अवशिष्ट पदार्थ को बताया हैं। बीते कुछ दिन पूर्व अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉक्टर रविंद्र मोहन प्रसाद, बछवाड़ा पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजीत कुमार एवं अंचलाधिकारी दीपक कुमार ने बछवाड़ा पंचायत भवन पर ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक किया था। लेकिन बैठक के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई परंतु बढ़ती घटनाओं पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया। एक तरफ जनप्रतिनिधि समुचित व्यवस्था को लेकर पल्ला झाड़ रहे हैं तो दूसरी तरफ जिला प्रशासन जनप्रतिनिधियों का जिम्मा बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं तो आखिरकार कौन आवारा कुत्तों से आमलोगों को निजात दिलाएंगे। लगातार बढ़ रहे कुत्ते के हमले से आम लोगो में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मामले ग्रामीणों ने कहा अगर प्रशासन के द्वारा जल्द कुत्ते से निजात नहीं दिलाये जाते है तो सैकड़ो ग्रामीणों के साथ प्रखंड कार्यालय में तालाबंदी कर आन्दोलन को बाध्य हो जायगें।
बेगूसराय बछवाड़ा से सुजीत कुमार की रिपोर्ट