राजकीय सिमरिया कल्पवास मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सभी आधारभूत सुविधा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन प्रतिबद्ध- डीएम बेगूसराय
जिलाधिकारी बेगूसराय ने चिन्हित सभी लंबित कार्यों को अविलंब पूरा करने का उपस्थित पदाधिकारियों को दिया निर्देश।
जिलाधिकारी बेगूसराय ने चिन्हित सभी लंबित कार्यों को अविलंब पूरा करने का उपस्थित पदाधिकारियों को दिया निर्देश।
डीएनबी भारत डेस्क
जिलाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाहा ने कहा जिला प्रशासन को राजकीय सिमरिया कल्पवास मेला-2022 में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है तथा इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सिमरिया में आयोजित राजकीय कल्पवास मेला के सफल आयोजन हेतु लगातार वरीय पदाधिकारियों द्वारा वहां की व्यवस्था एवं सुविधाओं की समीक्षा की जा रही है तथा इस क्रम में चिन्हित किसी भी लंबित कार्यों को अविलंब पूर्ण करने हेतु संबंधित पदाधिकारियों एवं एजेंसियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं ताकि कल्वपास के लिए आने वाले श्रद्धालुओं एवं साधु-संतों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
डीएम बेगूसराय के निर्देशानुसार मंगलवार 11 अक्टूबर को अपर समाहर्ता बेगूसराय राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में जिलास्तरीय वरीय पदाधिकारियों की टीम ने सिमरिया धाम परिसर का भ्रमण कर राजकीय सिमरिया कल्पवास मेला 2022 के सफल आयोजन हेतु की गई व्यवस्थाओं एवं उपलब्ध सुविधाओं की भौतिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मेला परिसर में संचालित नियंत्रण कक्ष, खोया-पाया केंद्र, चिकित्सा शिविर, विभिन्न स्नान घाटों, विभिन्न सेक्टरों एवं खालसाओं के लिए उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं यथा शौचालय निर्माण की स्थिति, चापाकल संस्थापन की स्थिति, साफ-सफाई, विद्युत की आपूर्ति आदि से संबंधित मामलों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा के साथ ही परिसर के विभिन्न बिंदुओं, स्थलों आदि पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की उपस्थिति का भी निरीक्षण किया गया।
निरीक्षणोपरांत अपर समाहर्ता सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए विभिन्न सेक्टरों में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने के क्रम में पाया गया कि निर्धारित सुविधाओं से संबंधित कुछ कार्य प्रक्रियाधीन है, जिसके कल तक पूर्ण हो जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को कल्पवास क्षेत्र सहित मेला परिसर के विभिन्न स्थलों पर अस्थायी शौचालय निर्माण एवं चापाकल के संस्थापन से संबंधित लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है।
इसके साथ ही कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, बीहट को मेला परिसर में वाटर टैंकर एवं चलंत शौचालय की सुविधा भी अविलंब उपलब्ध कराने के साथ-साथ मेला परिसर में साफ-सफाई के समुचित प्रबंधन का निर्देश दिया गया है। स्नान घाटों के निरीक्षण के क्रम में सभी स्नान घाटों पर चेंजिंग रूम बनाने के साथ-साथ नियमित अंतराल पर घाटों की साफ-सफाई करने के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में संचालित चिकित्सा शिविर का भी निरीक्षण किया गया जहां सभी प्रतिनियुक्त चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी उपस्थित पाए गए। चिकित्सा शिविर में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाइयां एवं बेड आदि की भी समुचित व्यवस्था पाई गई। चिकित्सा शिविर में अब तक कुल 24 मरीजों को समुचित चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि मेला के सफल संचालन हेतु मेला परिसर के विभिन्न स्थलों यथा नियंत्रण कक्ष, स्नान घाट, कल्पवास क्षेत्रों एवं विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
निरीक्षण के क्रम में कुछ दंडाधिकारी अनुपस्थित पाए गए जिसमें नियंत्रण कक्ष एवं गुमशुदा तलाश केंद्र में प्रतिनियुक्त प्रेम कुमार, प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, कल्पवास क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न सेंक्टरों में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों यथा प्रवीण कुमार, तकनीकी सहायक, पंचायत कार्यालय, नावकोठी, रजनीश कुमार, तकनीकी सहायक, पंचायत कार्यालय, छौड़ाही स्नान घाट के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों यथा अभिषेक कुमार, तकनीकी सहायक, पंचायत कार्यालय, मटिहानी, अमिश कुमार, तकनीकी सहायक, पंचायत कार्यालय, शाम्हो राजेश कुमार, तकनीकी सहायक, पंचायत कार्यालय, साहेबपुरकमाल रवींद्र प्रसाद, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, वीरपुर शामिल हैं। जिसके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई हेतु जिला पदाधिकारी को प्रतिवेदित किया गया है।
इस अवसर पर प्रभारी पदाधिकारी, राजस्व शाखा शशि कुमार, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा सुनंदा कुमारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन कुमार, अंचलाधिकारी, बरौनी सुजीत कुमार सुमन सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी आदि मौजूद थे।