समस्तीपुर: जनपक्षीय पत्रकारों पर दिल्ली में मोदी सरकार के हमले के खिलाफ प्रतिरोध मार्च
जो पत्रकार जनसरोकारों से जुड़े हैं,उन्हें भी भयाक्रांत करने की कोशिश कर रही है। इससे साफ है कि केंद्र की मोदी सरकार देश में केवल अपना गुणगान करने वाला चरण मीडिया चाहती है
डीएनबी भारत डेस्क
दिल्ली में आघे दर्जन से अधिक जनपक्षीय पत्रकारों के घरों पर छापेमारी और उन्हें हिरासत में लिए जाने की निंदनीय घटना के खिलाफ बुधवार को ताजपुर में भाकपा माले के बैनर से कस्बेआहर कबीर मठ से प्रतिवाद मार्च निकालकर सभा किया गया।इस मार्च में भाकपा-माले के प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, संजीव राय, मो० एजाज, मो० शकील, सुशील कुमार, दिनेश राय,उमेश पासवान,अर्जुन कुमार आदि शामिल रहे।
माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता पर लगातार हमला जारी है। जिन पत्रकारों के घरों पर दिल्ली पुलिस द्वारा छापा मारा गया है, वे दशकों से निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं और हमेशा से ही सत्ता को आईना दिखाने का काम करते रहे हैं।
ऐसे पत्रकारों पर छापेमारी करके केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली दिल्ली पुलिस न केवल इन पत्रकारों को जनसरोकारों के पक्ष में खड़े रहने के लिए धमकाने की कोशिश कर रही है बल्कि वह, इनसे इतर भी जो पत्रकार जनसरोकारों से जुड़े हैं, उन्हें भी भयाक्रांत करने की कोशिश कर रही है। इससे साफ है कि केंद्र की मोदी सरकार देश में केवल अपना गुणगान करने वाला चारण मीडिया चाहती है जिसे लोकप्रिय तौर पर गोदी मीडिया कहा जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार की इस कार्यवाही के बाद दुनिया भर में प्रेस स्वतंत्रता के मामले में देश की साख और रसातल को जाएगी। हम तत्काल मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले की इस कार्यवाही को रोके जाने की मांग करते हैं। धरातल की हलचल के संदेशों को सामने लाने वाले संदेशवाहक मीडिया का शिकार करने के बजाय, मोदी सरकार को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए और इस मुल्क में बीते साढ़े नौ साल से बरपाई गयी तबाही के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट