राजेश झा हत्याकांड में पुलिस ने एक नामजद अभियुक्त को किया गिरफ्तार, रंगदारी नहीं देने की वजह से हुई थी हत्या
रंगदारी नहीं दिये जाने के कारण हुई चिमनी मालिक राजेश की हत्या। गांव के युवकों ने ही दिया घटना को अंजाम। हत्या के प्राथमिकी दर्ज एक नामजद गिरफ्तार
रंगदारी नहीं दिये जाने के कारण हुई चिमनी मालिक राजेश की हत्या। गांव के युवकों ने ही दिया घटना को अंजाम। हत्या के प्राथमिकी दर्ज एक नामजद गिरफ्तार
डीएनबी भारत डेस्क
चिमनी मालिक राजेश झा की हत्या के मामले में मंसूरचक थाना में मृतक के भाई के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में पुलिस ने एक नामजद आरोपी पंकज झा को गिरफ्तार भी कर लिया है वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह पुलिस छापेमारी कर रही है। मंसूरचक थानाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर ने बताया कि मृतक राजेश झा के भाई अनोज झा ने थाना में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि मेरा भाई 18 अक्टूबर की शाम मंसूरचक गया था। देर रात तक घर नहीं आने पर हम लोग खोजबीन करते रहे।
19 अक्टूबर की सुबह करीब 7:40 बजे दशरथपुर निवासी चिमनी कर्मी चंदन कुमार घर पर आया और उसने बताया कि राजेश झा 18 अक्टूबर की शाम मेरे साथ नारायण चौक से घर के लिए चले थे तभी ग्रामीण पंकज झा ने फोन कर चिमनी पर बुलाया। जिसपर राजेश झा ने मना कर दिया लेकिन पंकज झा के जिद पर हमलोग चिमनी पर पहुंचे। वहां पहुंचने पर हमने देखा कि धकजरी गांव निवासी पंकज झा, खिलाड़ी झा का पुत्र रोहित झा, रूपेश झा का पुत्र सुधांशु, धनंजय राय का पुत्र गोलू राय समेत अन्य वहां मौजूद थे।
वहां पहुंचने के बाद राजेश झा उन सभी से बात करने लगे और बात खत्म होने के बाद जब घर के लिए चले तो एक युवक ने कहा कि अब तुम्हारा समय पूरा हो गया है तुम अब कहीं नहीं जा सकते हो। इसके साथ ही चारों ने पिस्तौल निकाल कर राजेश झा को गोली मार दी। गोली लगते ही घटनास्थल पर राजेश की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि आरोपी दो दिन पहले भी घर पर आकर रंगदारी की मांग की थी और नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। थानाध्यक्ष ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार की सुबह धकजरी गांव स्थित गाछी से नामजद अनिल झा के पुत्र पंकज झा को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए भी लगातार छापेमारी जारी है।
मंसूरचक, बेगूसराय से आशीष भूषण